Ranchi: बिजली विभाग के सैकड़ों उर्जा मित्रों ने पांच सूत्री मांग को लेकर गुरूवार को राजभवन के समक्ष एकदिवसीय धरना दिया. जुलुस में शामिल लोगों ने कहा कि 2017 से बिजली विभाग में ऊर्जा मित्र के रूप में काम कर रहे हैं. आउटसोर्सिग कंपनी के माध्यम से सभी को नौकरी दी गई है.पूरे राज्य में 65 सौ ऊर्जा मित्र हैं.एक सब डिविजन में 20-25 ऊर्जा मित्र हैं. प्रत्येक तीन से चार साल में कंपनी बदलती रहती है. जब एक कंपनी में काम करते हैं. तब महीना में चार से पांच हजार रूपया वेतन दिया जाता है. वह भी पांच महीना बाद मिलता है. समय पर पैसा नहीं जाता है. बकाया पैसा भी नहीं दिया जाता है. आउटसोर्सिंग कंपनी का कार्यकाल जब पूरा हो जाता है. तब कंपनी ऊर्जा मित्रों का पैसा लेकर ऱफु चक्कर हो जाती है.
गिरिडीह के मुशताफ अंसारी और पवन कुमार वर्मा ने कहा कि घर-घर में जाकर बिजली बिल निकालते हैं. कंज्यूमर को बिजली बिल भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.एकदिन में एक सौ घरों का बिजली बिल निकालने के लिए कहा जाता है. एक महीना में 1500 का टारगेट दिया जाता है. जब पूरा नहीं होता है. तब 25 प्रतिशत वेतन काट लिया जाता है. एक बिल पर चार रूपये दिया जाता है. इसके एवज में हर महीना पांच हजार रूपया दिया जाता है. ऊर्जा मित्रों को वेतन देने के लिए 12 हजार रूपया का टेंडर निकलता है.
मौके पर अध्यक्ष इंगेश्वर ठाकुर,महावीर साहु,बैजु महतो,संतोष कुमार,प्रमोद मंडल,सागर प्रसाद, सरोज सौऱभ, अशोक कुशवाहा, इंद्र नाथ ठाकुर, रामकिशुन राम समेत अन्य शामिल थे.
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