Ranchi: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में गुरुवार को कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला का विषय नैक मान्यता था. इस कार्यशाला के अतिथि के तौर पर राजभवन सचिवालय के विशेष कार्य अधिकारी संजीव राय और मुख्य वक्ता के तौर पर सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीके सिन्हा थे. कुलपति प्रो. तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि विश्वविद्यालय स्तर पर नैक मान्यता प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की बात की गई है. ताकि मान्यता प्रक्रिया को समझ कर उसे आसान और सरल बनाया जा सके. इसे पढ़ें-रांचीः">https://lagatar.in/ranchi-coal-businessman-rajendra-sahu-was-killed-in-a-dispute-over-a-transaction-worth-five-crores/">रांचीः
पांच करोड़ रुपये के लेनदेन के विवाद में हुई थी कोयला कारोबारी राजेंद्र साहू की हत्या उन्होंने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में गुणवत्ता में वृद्धि की के कारण नैक की महत्ता काफी बढ़ जाती है. विश्वविद्यालय आगे भी इस प्रकार की कार्यशालाओं के आयोजन पर विशेष ध्यान देगा, ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में अपना योगदान दे सके. संजीव राय ने कहा कि नैक की विभिन्न शर्तों और मानकों के अलावा यह काफी महत्वपूर्ण होता है कि शैक्षणिक संस्थान अपनी अकादमिक गतिविधियों के अलावा सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में कहां तक अपनी भूमिकाओं का निभा रहे हैं. इसे भी पढ़ें-धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-a-21-member-arrangement-team-was-formed-in-tundi-regarding-babulals-sankalp-yatra/">धनबाद
: बाबूलाल की संकल्प यात्रा को लेकर टुंडी में 21 सदस्यीय व्यवस्था टोली का गठन उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक संस्थान को अपने इन अकादमिक पहलुओं के साथ साथ विस्तारित अन्य गतिविधियों पर भी ध्यान देना आवश्यक हो जाता है. [wpse_comments_template]
रांचीः डीएसपीएमयू में नैक पर कार्यशाला

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