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रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर: व्यवसाइयों ने किया रैंंप का विरोध

  • अब उठा रैंप पर विवाद
  • व्यवसायियों का दावा
  • 230 दुकानदारों का व्यवसाय होगा प्रभावित
  • -1500 से अधिक परिवारों की रोटी पर ग्रहण
Kaushal Anand Ranchi: केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर तेजी से अपने मुकाम तक पहुंचने के करीब है. इसे पूर्ण करने का तय लक्ष्य जनवरी 2025 रखा गया है. काम भी तेजी से हो रहा है. मगर यह कॉरिडोर अब विवादों में फंसने की पूरी संभावना बन गई है. 3.5 किमी का यह एलिवेटेड कॉरिडोर सड़क पर रातू रोड दुर्गा मंदिर चौक पर एक रैंप बनाने की योजना प्रस्तावित है. मगर इस रैंप का रातू रोड के व्यवसायियों ने विरोध शुरू कर दिया है. उनका दावा है कि इस रैंप के बनने से रातू रोड दुर्गा मंदिर चौक पहले की तरह ही जाम रहेगा. इसके बनने से कम से कम से तीन से चार मार्केट कांपलेक्स प्रभावित होंगे, करीब 230 दुकानदार और 1500 से अधिक परिवार प्रभावित होंगे. अब इसका विरोध लोग दुर्गा मंदिर चौक के निकट पोस्टर लगा कर रहे हैं. पोस्टर में साफ तौर पर लिखा है कि ‘रैंप का निर्माण नहीं करें श्रीमान, फ्लाईओवर मतलब विकास, रैंप मतलब विनाश, फ्लाईओवर बने, रैंप नहीं, जान दे देंगे मगर रैंप बनने नहीं देंगे’ आदि के नारे लिखे हुए हैं.

क्या है व्यवसाइयों का तर्क

रतन लाल में टायर दुकान चालने वाले व्यवासाई प्रकाश जैन बताते हैं कि मात्र साढ़े तीन किलोमीटर के फ्लाईओवर में रैंप की जरूरत ही नहीं है. जिसे रातू रोड या नागा बाबा खटाल से रातू रोड के नीचे किसी सड़क पर जाना हो, वह नीचे की सड़क आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. क्योंकि नीचे की सड़क फ्लाईओवर से कहीं से बाधा नहीं पहुंचा रही है. फ्लाईओवर निर्माण के बाद नीचे का सड़क पूरी तरह से खाली हो जाएगा. इसलिए यह रैंप गैरजरूरी है. व्यवसाई प्रवीण मग्गौ बताते हैं कि इस रैंप के बनने से कृष्ण इन होटल से लेकर चांदमद मल स्कूल तक की जमीन अधिग्रहित की जाएगी. इससे करीब 230 दुकानदार और कम से कम 1500 परिवार सीधे तौर पर प्रभावित होंगे. केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट में रैंप कहीं नहीं था. यह झारखंड सरकार अलग से जुड़वाकर नया डीपीआर बनवाया. जो जन विरोधी और व्यवसाय विरोधी है. रैंप बनने नहीं दिया जाएगा. व्यवसाई अमर पोद्दार बताते हैं कि चांदमल स्कूल से लेकर दुर्गा मंदिर चौक तक रैंप निर्माण प्रस्तावित है. रतन लाल मार्केट कांपलेक्स, मोदी हाईट्स, आर आर टावर और चांदमल स्कूल परिसर के जमीन ले ली जाएगी. इससे कम से कम इन मार्केट परिसर में पार्क होने वाले 1 हजार से अधिक वाहन की पार्किंग भी समाप्त हो जाएगी. इन मार्केट के दुकानदारों का व्यापार पूरी तरह से प्रभावित होगा. दुकानें रैंप से सट जाएगी इससे दुर्घटना होने की भी संभावना बढ़ जाएगी.

क्या कहते हैं एनएचईआर के अफसर

बात केंद्र और राज्य की नहीं है. योजना जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है. रैंप बहुत जरूरी है. हरमू सहजानंद चौक से रातू रोड जो बड़े वाहन आएंगे, वो इस रैंप के जरिए चढ़ कर लोहरदगा, डाल्टनगंज, गुमला की ओर आसानी से जा सकते हैं. विरोध अपनी जगह है. विकास के काम के लिए हर किसी को खुश रखना संभव नहीं है. झारखंड सरकार की सलाह से इसे रैंप को जोड़ा गया है. यह बनना ही है.
-विजय कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचआई, रातू रोड एलिवेटेड कोरिडोर प्रोजेक्ट [wpse_comments_template]

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