सबसे छोटे पिलर की ऊंचाई लगभग पांच मीटर
बताया गया कि एलिवेटेड रोड में कुल 101 पिलर खड़ा किया जाएगा. पिस्कामोड़ के सामने सबसे छोटे पिलर की ऊंचाई लगभग पांच मीटर होगी. 200-300 एमएम के अंतराल में प्रत्येक पिलर खड़ा किया गया है. पिलर के प्रोटेक्शन की मोटाई 200 एमएम है. पिलर की मोटाई 1800 एमएम है. प्रत्येक पिलर में पियर कैप चढ़ाया गया है. इसकी लंबाई 14.5 मीटर है. इसके बीच के भाग की मोटाई एक मीटर 600 एमएम है. इसके दोनों छोर के किनारे का हिस्सा की मोटाई 500 एमएम है. ईटकी रोड में 14 पिलर खड़ा किया जाएगा. जिस पर काम चल रहा है. प्रत्येक पिलर में चार पाइल बनाये गये हैं. इसी में फाउंडेशन बनाया गया है. उसमें सरिया डाला गया है. दो पिलर के बीच की लंबा 31 मीटर है.दोनों ओर फुटपाथ भी बनाये जायेंगे
एलिवेटेड रोड बनाने में 45 इंजीनियर और 500 कर्मचारी दिन-रात लगे हैं. रास्ता को सुगम बनाने के लिए पिस्का मोड़ के पास 600 मीटर और 510 मीटर के दो रैंप बनाये जायेंगे. पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए फ्लाईओवर पर रोड के दोनों ओर फुटपाथ भी बनाये जायेंगे. इसके बन जाने से रातू ,पंडरा, इटकी , मांडर के लोगों को राजधानी आने -जाने में आसानी होगी. निर्माण कार्य केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें – झारखंड">https://lagatar.in/36-dengue-patients-found-in-jharkhand-12-chikungunya-patients-also-confirmed/">झारखंडमें मिले डेंगू के 36 मरीज, चिकनगुनिया के भी 12 मरीजों की पुष्टि [wpse_comments_template]
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