बंद हो गयी फैक्ट्री मामले से पल्ला झाड रहे त्रिवेणी के पदाधिकारी
Hazaribagh : बडकागांव में कार्यरत त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर मनमानी और दबंगई का आरोप लगा है. मामले से सम्बंधित महिलाओं ने शुक्रवार को उपायुक्त के जनता दरबार में गुहार भी लगाई थी. महिलाओं ने कम्पनी पर बगैर नोटिस दिए फैक्ट्री बंद करने का आरोप लगाया था. बडकागांव में त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने सीएसआर फंड से टेक्सटाइल फैक्ट्री लगाया था, जिसमें पिछले 3 वर्षों से 200 से अधिक खनन क्षेत्र से प्रभावित महिलाएं कार्य करती थी. इस फैक्ट्री से उन्हें रोजी रोटी नसीब हो रही थी. जिनकी जमीन खनन क्षेत्र में अधिग्रहित कर ली गयी थी. यहां कार्य कर रही महिलाओं ने मैनेजमेंट को कई बार वेतन बढाने को लेकर आवेदन दिया था, लेकिन हर बार उन्हें अस्वासन ही मिलता था. फिर अचानक इस फैक्ट्री को ही बंद करने के निर्णय से यहां कार्य कर रही 200 से अधिक महिलाएं बेरोजगार हो गईं. त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने महिलाओं को बताया था इस फैक्ट्री का निर्माण कम्पनी के सीएसआर फंड से किया गया है, और इसलिए यहां फंड का आभाव नहीं रहेगा. महिलाओं ने कहा कि जब फैक्ट्री को फंड का अभाव ही नहीं है तो फिर इसे क्यूं बंद कर दिया गया, या इसका निर्माण केवल इसलिए किया गया था की ग्रामीण खनन क्षेत्र में विस्थापन को लेकर कोई मुद्दा नहीं उठायें और खनन निर्बाध होता रहे. अब जब खनन प्रारंभ और सुचारू रूप से होने लगा तो फैक्ट्री की उपयोगिता नहीं रही, इसलिए इसे बंद कर दिया गया. जहां तक सीएसआर सम्बन्धी जानकारी देने का सवाल है तो जिले में 24 जुलाई 2023 को एक बैठक की गयी थी. जिसमें जिले में कार्यरत 8 कम्पनियों ने सी एस आर सम्बन्धी जानकारी दी, लेकिन आरोप है कि यहां भी त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने कोई जानकारी समर्पित नहीं की. फिलहाल कम्पनी को झील परिसर में बास्केटबॉल कोर्ट और फ्लाईंग इगल के निर्माण के लिए जिला प्रशासन से निर्देश मिला है. फैक्ट्री मामले पर त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी सत्यप्रकाश ने गैर जिम्मेदाराना बयान है. सत्यप्रकाश ने कहा, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मैं मैनेजमेंट से पूछ कर बताता हूं कि फैक्ट्री किन कारणों से बंद हुई है. फिलहाल मैं टूर पर हूं लेकिन थोड़ी देर में मामले की जानकारी ले कर बताता हूं. हकीकत यह है कि सत्यप्रकाश खुद मैनेजमेंट में ऊंची पोस्ट पर कार्यरत हैं और इस फैक्ट्री का मामला पिछले तीन महीने से चल रहा है, इसलिए यह कहना की उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, मामले को टालने जैसा है. -----------------बड़कागांव अंचलाधिकारी के पदस्थापन को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन
Hazaribagh: बड़कागांव जिला परिषद सदस्य यासमीन निशा ने शनिवार को बड़कगांव अंचल में सीओ के पदस्थापना को लेकर उपायुक्त नैंसी सहाय को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में गैरमजरूआ जमीन की रसीद निर्गत करने एवं बड़कागांव अंचल में कार्यरत लंबे समय से पदाधिकारियों को हटाने की भी मांग की गई है. --------------- [caption id="attachment_734742" align="alignnone" width="1042"]alt="" width="1042" height="578" /> तस्वीर- हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय (फाइल)[/caption]
खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण संबंधी मामले पर जिला प्रशासन गंभीर
Hazaribagh: जिलान्तर्गत खास महाल भूमि से संबंधित लीज भूमि का नवीकरण, नामान्तरण, हस्तानान्तरण आदि कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है. इसके साथ-साथ खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण पर भी प्रशासन गंभीर है. उपायुक्त नैंसी सहाय ने आदेश जारी कर निर्देश देते हुए कहा है कि विभिन्न श्रोतों से ज्यादातर मामले खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण किये जाने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हो रही है. साथ ही कुछ मामलों में लीजधारियों,पूर्व लीजधारियों की अनुपस्थिति में वैध दस्तावेज के नहीं रहने के बावजूद भी गैर-लीजधारियों द्वारा भूमि पर अवैध निर्माण किये जाने की जानकारी निरंतर प्राप्त हो रही है. उक्त परिप्रेक्ष्य में खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण और लीज पर धारित भूमि पर अवैध कब्जा और निर्माण को रोके जाने के निर्देश उपायुक्त ने दिए है. साथ ही उपायुक्त ने जांच कमिटी गठित कर उक्त मामले की जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. -------------- [caption id="attachment_734740" align="alignnone" width="1280"]alt="" width="1280" height="959" /> विधायक अंबा प्रसाद ने की कई विकास योजनाओं की शुरूआत[/caption]
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