Anant kumar
Bermo: कोरोना काल में पीडीएस की जानकारी लेने के लिए लगातार की टीम गोमिया प्रखंड के करमटिया गांव पहुंची तो कई तरह की बातें सामने आयीं. बताया कि उपभोक्ताओं को पीडीएस के तहत मिलने वाली खाद सामग्री 5 किलोमीटर दूर से जाकर लानी पड़ती है. इस गांव में करीब एक सौ उपभोक्ता हैं. ये दलित समाज से हैं. इन्हें खाद्य सामग्री लाने के लिए आर्थिक नुकसान का भी उठाना पड़ता है.
कभी-कभी गाड़ी से जाना पड़ता है
ग्रामीणों ने बताया कि प्रति व्यक्ति 5 किलो प्रति यूनिट के तहत राशन मिलता है. लेकिन लंबी दूरी की वजह से उन्हें कभी-कभी गाड़ी भाड़ा लगाकर राशन लाना पड़ता है. वहीं डीलर के दूर रहने के कारण कई बार राशन की जानकारी नहीं मिल पाती है. वैसी स्थिति में उन्हें राशन नहीं मिल पाता है. ग्रामीणों ने बताया कि पहले इसी गांव के डीलर द्वारा उन्हें राशन मिलता था. लेकिन डीलर का लाइसेंस एक मुकदमे के कारण निलंबित हो गया. लिहाजा प्रखंड आपूर्ति विभाग की ओर से गोमिया के एक डीलर के साथ यहां के उपभोक्ताओं को टैग कर दिया गया.
ग्रामीणों ने कहा कि यहां के उपभोक्ताओं को अब राशन के लिए 5 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. तब जाकर उन्हें राशन मिलता है. इस संबंध में ग्रामीणों ने प्रखंड आपूर्ति विभाग को एक आवेदन भी दिया है कि यहां के उपभोक्ताओं को इसी गांव में राशन दिया जाय. लेकिन दो महीने गुजरने के बाद भी कुछ नहीं हुआ है. बताया कि इस महीने के 17 दिन गुजर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें राशन नहीं मिल सका है.
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