Mumbai : महाराष्ट्र में सियासी तापमान चरम पर है. बदलते घटनाक्रम के बीच खबर आयी है कि NCP चीफ शरद पवार शाम पांच बचे NCP सांसदों-विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे. इससे पहले शरद पवार ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. इसमें अजीत पवार भी शामिल थे. यह मीटिंग करीब एक घंटे चली. इसके बाद मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फ्लोर टेस्ट की नौबत आयेगी. हम बातचीत से मुद्दा सुलझा लेंगे. कहा गया कि सरकार बचाने की पूरी कोशिश की जायेगी.
एक खबर और सामने आयी है कि महा विकास आघाड़ी सरकार में शिवसेना के विधायकों की बगावत की सूचना गृह मंत्रालय और इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट द्वारा न दिये जाने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार खासे नाराज हैं. उन्होंने गृह मंत्री दिलीप वाल्से और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से मिलकर नाराजगी का इजहार किया है.
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पवार दिल्ली से मुंबई लौटे और वाल्से और पाटिल से मुलाकात की.
सूत्रों के अनुसार शिवसेना विधायकों द्वारा राज्य छोड़कर भाजपा शासित राज्य गुजरात में जाने के बाद पवार मंगलवार रात दिल्ली से मुंबई लौटे और अपने आवास पर वाल्से और पाटिल से मुलाकात की. इस दौरान पवार ने बगावत की जानकारी इंटेलीजेंस की ओर से न मिलने पर काफी नाराजगी जताई. बता दें कि गृह विभाग उन्हीं की पार्टी के मंत्री के पास है. सूत्रों के अनुसार वे पार्टी के नेताओं पर भी बरसे आश्चर्य जताया कि इतनी बड़ी संख्या में विधायक और मंत्री राज्य से बाहर जा रहे थे. इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट ने सरकार को खबर भी नहीं की.
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ठाकरे अपने इस्तीफे को लेकर फेसबुक लाइव कर चुके हैं
एक अधिकारी के अनुसार जब भी कोई विधायक राज्य से बाहर जाता है तो उसके साथ मौजूद स्पेशल प्रोटक्शन यूनिट (SPU) के जवान को अपने सीनियर अधिकारियों को इस बात की सूचना देनी होती है, लेकिन यहां पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) इसका पालन नहीं किया गया. हालांकि एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि CM उद्धव ठाकरे रोजाना ब्रीफिंग करते थे. गृह मंत्री को सभी महत्वपूर्ण घटनाक्रमों से अवगत कराया जाता था बता दें, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले एकनाथ शिंदे अधिसंख्य विधायकों से साथ मिलकर बगावती हो चुके हैं. शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ शिवेसना और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर करीब 35 विधायक उनके साथ है.
शिंदे की बगावत के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने इस्तीफे को लेकर फेसबुक लाइव कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि बगावती विधायकों में एक भी अगर उनसे इस्तीफा देने को कह देता है तो वह बिना संकोच किये इस्तीफा दे देंगे. यह भी कहा कि अगर कोई शिव सैनिक मुख्यमंत्री बनता है तो वे खुश होंगे.
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