
रिटायर्ड ब्रिगेडियर का खोया बटुआ सैलून कर्मचारी रंजीत ठाकुर को मिला, प्रज्ञा केंद्र से घर का पता ढूंढ लौटाया

Jamshedpur : ईमानदारी पैसे से नहीं खरीदी जा सकती. रंजीत ठाकुर ने इसकी मिसाल पेश की है. रंजीत ठाकुर बिरसानगर जोन एक स्थित पांडेय बिल्डिंग में जेंट्स सैलून में काम करते हैं. विगत दिनों अपने दुकान जाते समय रास्ते में पड़ा हुआ उन्हें एक बटुआ मिला. जिसमें 12500 रुपए नगद, एटीएम, क्रेडिट कार्ड के अलावा भारतीय सेना के कई कार्ड थे. सैलून कर्मचारी रंजीत ठाकुर ने बटुआ मिलने के बाद ईमानदारी का परिचय देते हुए नजदीकी प्रज्ञा केंद्र जाकर कार्ड पर लिखे नंबर से मालिक का पता ढूंढ निकाला. जिसके बाद आधे घंटे के अंदर सेना से अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर रणविजय सिंह के घर जाकर उनका बटुआ वापस कर दिया. ब्रिगेडियर रणविजय सिंह उस समय अपना बटुआ व जरूरी कार्ड गुम हो जाने की एफआईआर कराने पुलिस स्टेशन गए हुए थे. उनकी पत्नी ने रंजीत ठाकुर एवं प्रज्ञा केंद्र संचालक के घर आने की खबर दी. रिटायर्ड ब्रिगेडियर रणविजय सिंह घर लौटे और उन्हें सही सलामत सभी कार्ड और नगद के साथ बटुआ वापस मिल गया.