Sahibganj : रिबिका पहाड़िन के सिर को दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में डीएनए जांच के लिए भेजा गया है. बता दें कि जिले के बोरियो प्रखंड के नमस्ते रोड पर पुराना शिवालय पोखर में बीते 30 दिसंबर 2022 को एक सिर बरामद हुआ था. जिससे सबसे पहले पुलिस ने जांच के लिए सदर अस्पताल साहिबगंज भेजा था.इसके बाद साहिबगंज के सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने टीम गठित कर मामले की जांच करने का निर्देश दिया था, लेकिन बोर्ड ने सिर की जांच करने में असमर्थता जताई. इसके बाद सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने सिर को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज दुमका भेजने की अनुशंसा डीसी के की. डीसी ने सोमवार को सिर की जांच के लिए दुमका भेजने की अनुमति दी. जिसके बाद बोरियो पुलिस मंगलवार को सील बंद सिर को लेकर एएसआई बीरबल यादव के नेतृत्व में दुमका मेडिकल कॉलेज जांच के लिए रवाना हो गई है.
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हत्या के 14 दिन बाद मिला था रिबिका पहाड़िन का सिर
हत्या के 14 दिन बाद रिबिका का सिर तालाब से बरामद हुआ था. पुलिस ने अबतक शरीर के 29 टुकड़े को बरामद किया हैं. बाकी टुकड़े की तलाश जारी हैं. 30 दिसंबर को तालाब में पड़े सिर को मछुआरों ने देखा था फिर इसकी जानकारी बोरियो पुलिस को दी थी. पुलिस मौके पर पहुंचकर सिर को जब्त कर लिया. पुलिस तालाब के आसपास शरीर के बाकी टुकड़ों की तलाश कर रही है. रिबिका के पति दिलदार अंसारी ने परिवार और दोस्त के साथ मिलकर पहले रिबिका पहाड़िन की हत्या की, फिर शव की चमड़ी निकालकर 50 टुकड़े किये थे. इसके बाद इन टुकड़ों को अलग-अलग जगह पर फेंक दिया था.
दिलदार और उसके परिवार ने रिबिका के शव के 50 टुकड़े किये थे
रिबिका पहाड़िन ने परिवार के खिलाफ जाकर दिलदार से शादी की थी. जिसके बाद बीते 17 दिसंबर को रिबिका की हत्या कर दी गई. सबूत मिटाने के लिए दिलदार और उसके परिवार ने रिबिका के शव के 50 टुकड़े किए थे. कुछ टुकड़े घर में छिपा दिए, जबकि अन्य टुकड़े मोहल्ले के आसपास सुनसान जगहों पर फेंक दिए. जिसे कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे थे.जब लोगों ने कुत्तों को इंसान का मांस खाते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस ने शक के आधार पर दिलदार अंसारी को पकड़ा था. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने दिलदार की मां मरियम निशा, उसके मामा और दोस्त समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड में दिलदार का परिवार भी शामिल था.
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