Ranchi : इलाज के लिए किसी भी आने वाला मरीज और उसका तीमारदार खुद परेशान होता है. आर्थिक, मानसिक के अलावा अस्पतालों में इधर-उधर की भागदौड़ से भी लोग परेशान हो जाते हैं. ऐसे में जब उसके सामान या पैसे चोरी हो जाएं तो ये उस दौरान बींमारी से भी बड़ी परेशानी बन जाती है. ऐसा ही मामला रिम्स के जन औषधि केंद्र से या है. जहां पलामू जिला के छतरपुर से आए मरीज विनय प्रताप की पॉकेट मारी हो गई. विनय दवा खरीदने के लिए जन औषधि केंद्र के पास गए, तो वहां काफी भीड़ थी. इसी का फायदा उठाकर पॉकेटमारों ने उनके जैकेट के निचले पॉकेट में रखे रेडमी मोबाइल चोरी कर ली.
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न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ सीबी सहाय से इलाज कराने पहुंचे थे विनय
विनय प्रताप न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ सीबी सहाय से इलाज के लिए आए थे. डॉक्टर ने एमआरआई कराने का सलाह दी थी. रिपोर्ट के आधार पर कुछ दवाएं लिखी थी और इन्हीं दवाओं की खरीददारी के लिए विनय जन औषधि केंद्र पर गए थे. इसी बीच मौके का फायदा उठाकर पॉकेटमार ने मोबाइल चोरी कर ली.
सुरक्षाकर्मियों के बावजूद असामाजिक तत्व सक्रिय
रिम्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग एजेंसी के भरोसे है. वहीं सैप के जवान भी सुरक्षा की कमान संभाल रहे हैं. अस्पताल में टीओपी भी बनाया गया है. बावजूद इसके असामाजिक तत्व सक्रिय हैं. जन औषधि केंद्र में हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग दवा खरीदने आते है और यहां काफी भीड़ होती है. लेकिन यहां पर सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं रहते हैं. जिसका फायदा असामाजिक तत्व उठा रहे हैं. अक्सर यहां पॉकेटमारी की घटना होती है.
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