Ranchi : रिम्स में मरीज की मौत के बाद परिजन व जूनियर डॉक्टरों के बीच मारपीट का मामला सुलझ गया है. रिम्स प्रबंधन से बातचीत के बाद बुधवार को जूनियर डॉक्टर काम पर वापस लौट गये. डॉक्टरों के हड़ताल से वापस लौटने के बाद दोपहर से ओपीडी सेवा मरीजों के लिए बहाल कर दी गई। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य डॉ अनितेश गुप्ता ने बताया कि प्रबंधन और पुलिस प्रशासन के साथ लंबी बातचीत के बाद हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया गया.
दोषियों पर मामला दर्ज कराने की मांग
रिम्स प्रबंधन और जूनियर डॉक्टरों के बीच हुई बैठक में दोषियों को 72 घंटे के भीतर गिरफ्तारी की मांग की गई. बैठक में संस्थान की ओर से दोषियों पर मामला दर्ज कराने, वार्ड की पुलिस सुरक्षा दुरुस्त कराने, किसी भी स्थिति में एक मरीज के साथ एक ही परिजन के रहने की अनुमति प्रदान करने की मांग की गई. वहीं सभी वार्ड और आइसीयू में निजी सुरक्षाकर्मी के अलावा एक-एक पुलिसकर्मी की तैनाती करने, डॉक्टरों पर अगर गंभीर हमला किया जाए तो हमलावर को 6 माह की सजा दिलाने की भी बात कही गयी.
क्या था मामला
सोमवार की देर रात धनबाद के एक 40 वर्षीय मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टरों के साथ मारपीट शुरू कर दी थी. वहीं महिला चिकित्सक ने कपड़े फाड़ने का भी आरोप परिजनों पर लगाया था. उन्होंने बारियातू थाने में परिजनों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है. इसके बाद डॉक्टरों ने ओपीडी बंद कर कार्य बहिष्कार कर दिया था.