Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को राहत देने की कवायद में प्रबंधन जुट गया है. यहां आने वाले मरीजों को जांच के लिए अक्सर भटकना पड़ता है. कई बार जांच के नाम पर मरीज दलालों के चंगुल में भी फंस जाते हैं. वहीं निजी लैब में जांच के लिए मरीजों को ज्यादा पैसे का भुगतान करना पड़ता है. ऐसे में रिम्स के नए निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने 23 ऐसे जगहों को चिन्हित किया है, जहां पर मरीजों के सैंपल लिए जाएंगे. जांच के बाद रिपोर्ट भी उन्हें उसी कलेक्शन सेंटर से मिल जाएगी.
मैनपावर के मिलते ही शुरू होगी व्यवस्था
निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि विभागों के साथ समीक्षा की गई है. मैनपावर की समस्या उत्पन्न हो रही है. जिसे 15 से 20 दिन के अंदर दूर कर लिया जाएगा. पारा ऑप्थैलमिक की परीक्षा हुई है. रिजल्ट का प्रकाशन होते ही मैनपावर भी मिल जाएगा. निदेशक ने कहा कि कलेक्शन सेंटर की व्यवस्था रिम्स के इमरजेंसी, ओपीडी और अस्पताल के सभी फ्लोर पर कायम किया जाएगा. उन सेंटर्स में सुबह सैंपल जमा करने पर शाम में रिपोर्ट मरीज तक पहुंच जाएगी. शुरुआत में सेंटर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होंगे. मैनपावर बढ़ते ही यह 24 घंटे संचालित होने लगेगा.
कैसे होगा फायदा
रिम्स में आने वाले मरीजों को बीमारी के अनुसार संबंधित विभाग के चिकित्सक इलाज करते हैं. वहीं मरीजों को जरूरी जांच भी लिखा जाता है. रिपोर्ट के आधार पर दवाएं दी जाती हैं. कई बार मरीजों को रिपोर्ट मिलने में लंबा समय लग जाता है. जिस कारण मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है. सैंपल कलेक्शन के लिए सेंटर शुरू हो जाने से मरीजों को राहत मिलेगी.
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