पिछले दिनों एक रात इस रेस्टूरेंट में करीब 30 परिवारों ने भोजन किया. लेकिन रेस्टूरेंट संचालक ने किसी के बिल में जीएसटी नहीं जोड़ा. जब काउंटर पर बैठे व्यक्ति से इस बारे में पूछा गया, तब उसने बताया कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उसे यह भी नहीं पता था कि रेस्टूरेंट का जीएसटी नंबर क्या है. वह तो स्टाफ है.[caption id="attachment_1036909" align="aligncenter" width="272"]
alt="" width="272" height="233" /> कान्हा रेस्टूरेंट का बिल, जिसमें GST नंबर दर्ज ही नहीं है.[/caption] जब काउंटर पर बैठे व्यक्ति से कहा गया कि ठीक है, आप रेस्टूरेंट के मालिक को फोन करके जीएसटी नंबर पूछ लीजिये और बिल बना दीजिये, तब उसने किसी शुभेंदु नामक व्यक्ति को फोन किया. लेकिन उसकी बात नहीं हुई. फोन किसी दूसरे व्यक्ति ने रीसिव किया था. इस रेस्टूरेंट में टैक्स चोरी की स्थिति यह है कि कहीं भी जीएसटी नंबर का बोर्ड नहीं लगा है. ना ही कान्हा रेस्टूरेंट के बोर्ड पर ना ही कैश काउंटर के पीछे. जबकि नियम है कि व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में जीएसटी नंबर लिखा बोर्ड लगाना है. यह हालात रिंग रोड पर स्थित तमाम होटलों व रेस्टूरेंट का है. इसके अलावा भी रिंग रोड के रेस्टूरेंट्स व होटल में कई तरह के अवैध काम होते हैं, लेकिन किसी स्तर से कभी कार्रवाई नहीं होती.