Ranchi: राजधानी रांची के शहरी क्षेत्रों में अगस्त महीने से जमीन और मकान की रजिस्ट्री महंगी हो जाएगी, इसकी पूरी संभावना है.उम्मीद के मुताबिक जिले के शहरी इलाकों में निबंधन शुल्क में 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो जाएगी. रांची नगर निगम के अलावा बुंडू नगर पंचायत और आरआरडीए क्षेत्राधिकार की जमीनों पर भी इसका असर पड़ सकता है.
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सबसे ज्यादा कीमत डोरंडा और हिनू इलाके की है
फिलहाल रांची में सबसे ज्यादा कीमत डोरंडा और हिनू इलाके की जमीन है. वहीं कीमत के हिसाब से शहर में दूसरी सबसे महंगी जमीन बड़ा घाघरा इलाके की है. डोरंडा और हिनू में सरकारी दर 821604 रुपये प्रति डिसमिल है जबकि बड़ा घाघरा इलाके में ज़मीन की सरकारी दर 500218 रुपये प्रति डिसमिल है. इस बार भी इन इलाकों की जमीन की कीमतों में जबरदस्त इजाफे की उम्मीद की जा रही है.
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हर दो वर्ष में जमीन और मकान की रेट में वृद्धि की जाती है
भू-राजस्व निबंधन विभाग के निर्देश पर 1 अगस्त से निबंधन शुल्क में वृद्धि का पुनरीक्षण होता है.शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में हर दो वर्ष में जमीन और मकान की रेट में वृद्धि की जाती है.पिछले वर्ष शहरी क्षेत्र को छोड़कर सिर्फ ग्रामीण इलाकों की रैयती भूमि और मकान की कीमतों में 10% की वृद्धि की गई थी. जो 1 अगस्त 2022 तक लागू रहेगी. सरकार के नियम के मुताबिक हर 2 वर्ष पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में जमीन की सरकारी दर बढ़ाई जाती है.ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन का वैल्यूएशन 2018 में बढ़ाया गया था.