Ranchi : मेयर आशा लकड़ा ने शनिवार को कहा कि 30 मई को रांची नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक तय की गयी है. उन्होंने कहा कि अक्सर कुछ पार्षद मेयर पर यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि रांची नगर निगम परिषद व स्थायी समिति की बैठक प्रत्येक माह नहीं होती है. जबकि वास्तविकता यह है कि मेयर की ओर से एजेंडा का निर्धारण, समय व तिथि निर्धारित करने के बाद भी नगर आयुक्त संबंधित फाइल पर कुंडली मारकर बैठे रहते हैं. उन्होंने कहा कि 13 मई को नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक कर नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया था कि निगम परिषद की आगामी बैठक के लिए तैयार की गई कार्यसूची से उन विषयों को हटाएं, जो झारखंड नगरपालिका अधिनियम-2011 के विरुद्ध हैं. साथ ही संशोधित सूची मेयर के समक्ष उपलब्ध कराएं, ताकि निगम परिषद की बैठक में शामिल किए जाने वाले प्रस्तावों का निर्धारण कर बैठक की तिथि व समय तय की जा सके. इन सब के बावजूद 30 मई को स्थायी समिति की बैठक बुलाने की तारीख तय की गई है.
नगर आयुक्त को दिया था निर्देश
मेयर ने कहा कि हाल ही में नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें स्पष्ट रूप से वर्णित है कि नगर आयुक्त निगम परिषद व स्थायी समिति की बैठक के लिए कार्यसूची तैयार करेंगे और मेयर कार्यसूची में शामिल किए गए प्रस्तावों में से नियम संगत प्रस्तावों का निर्धारण करेंगी. मैंने नगर आयुक्त को कार्यसूची में शामिल दो प्रस्तावों को छोड़कर शेष सभी प्रस्तावों पर अपनी सहमति प्रदान कर 30 मई को सुबह 10:30 बजे से स्थायी समिति की बैठक आहूत करने का निर्देश दिया. जिन दो प्रस्तावों पर सहमति नहीं प्रदान की गयी, वे झारखंड नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध तैयार किए गये थे. इसलिए संबंधित प्रस्तावों को पुनः झारखंड नगरपालिका अधिनियम के तहत संशोधित कर उपस्थापित करने का निर्देश दिया गया था.
मुझ पर आरोप लगाने वाले नगर आयुक्त से करें सवाल
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि स्थायी समिति की बैठक के लिए 30 मई की तिथि निर्धारित की गई है, परंतु नगर आयुक्त ने अब तक बैठक का एजेंडा स्थायी समिति के सदस्यों को नहीं भेजा है. ना ही यह स्पष्ट किया कि स्थायी समिति की बैठक आहूत करने में उन्हें क्या परेशानी हो रही है? मेयर ने यह भी कहा कि अब मुझ पर आरोप लगाने वाले लोग नगर आयुक्त से यह सवाल करें कि सबकुछ निर्धारित होने के बावजूद अब तक स्थायी समिति की बैठक सुनिश्चित क्यों नहीं की गई.
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