GSAT-MK11 (F09) को अपग्रेड करने में लगे थे
इसरो चीफ बनने से पहले वो GSAT-MK11 (F09) को अपग्रेड करने में लगे थे. ताकि भारी संचार सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में लॉन्च किया जा सके. उसके अलावा एस सोमनाथ GSAT-6A और PSLV-C41 को भी बेहतर बनाने में लगे थे ताकि रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट्स को सही तरीके से लॉन्च किया जा सके.रॉकेट डायनेमिक्स और कंट्रोल पर विशेषज्ञता
एस सोमनाथ ने एर्नाकुलम से महाराजा कॉलेज से प्री-डिग्री प्रोग्राम पूरा किया है. इसके बाद केरल यूनिवर्सिटी के क्विलॉन स्थित टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की. फिर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की. उन्हें रॉकेट डायनेमिक्स और कंट्रोल पर विशेषज्ञता हासिल है. इसे भी पढ़ें - झारखंड">https://lagatar.in/appointed-vice-chairman-and-member-of-20-point-committees-notification-issued/">झारखंडमें 20 सूत्री समितियों के उपाध्यक्ष और सदस्य हुए नियुक्त, अधिसूचना जारी [wpse_comments_template]