Guwahati : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को बोंगाईगांव में पुलिस अधीक्षकों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन अवसर पर रोहिंग्या घुसपैठ पर बात की. चिंता जताते हुए कहा कि रोहिंग्या बिना पासपोर्ट-वीजा के देश में घुस रहे हैं. यह भारत की संप्रभुता के लिए बड़ा खतरा है. कहा कि दलालों का एक बड़ा नेटवर्क रोहिंग्याओं को त्रिपुरा और वहां से असम होते हुए देश के बाकी हिस्सों में फैला रहा है.
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रोहिंग्याओं ने भारत में घुसने के लिए असम को रास्ता बना लिया है
बताया कि असम पुलिस त्रिपुरा में राज्य सरकार के साथ मिलकर घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई करने का काम कर रही है. हालांकि हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, रोहिंग्या उनके राज्य(असम) के लिए तो खतरा नहीं हैं, लेकिन भारत में घुसने के लिए उन्होंने असम को रास्ता बना लिया है. कहा कि जो भी अवैध रूप से देश में घुस रहा है, गैरकानूनी है. रोहिंग्या, गैर-रोहिंग्या, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, उनकी अवैध घुसपैठ को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता.
पुलिस अधीक्षकों के सम्मेलन में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए असम की पांच पुलिस टीमें वर्तमान में त्रिपुरा में तैनात हैं. सरमा के अनुसार केंद्र को पूर्व में ही सूचित कर दिया गया है. त्रिपुरा सरकार को सहयोग करने के साथ केंद्रीय एजेंसियों से मदद मांगी गयी है.
असम CM ने कहा कि हम घुसपैठियों को गिरफ्तार करने के बजाय उन्हें देश से बाहर निकालने पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि गिरफ्तार करने पर वे जमानत लेकर बाहर आ जायेंगे और देश की नागरिकता पाने की कोशिश करेंगे.
त्रिपुरा पुलिस ने कहा, 354 को गिरफ्तार किया
सम्मेलन में त्रिपुरा पुलिस ने रोहिंग्या के खिलाफ हो रही कार्रवाई के बारे में बताया. जानकारी दी कि जून माह तक, रोहिंग्या और उनके दलालों सहित कुल 354 अवैध घुसपैठियों को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है.