Ranchi : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी आरपीएन सिंह हर बार की तरह जनवरी 2021 ने कहा था कि गठबंधन सरकार घोषणा पत्र में किए अपने सारे वादों को पूरा करेगी. जनवरी के अंत तक राज्य में बीस सूत्री एवं निगरानी समितियों का गठन कर लिया जाएगा. आरपीएन सिंह ने कहा था कि अभी हम बीस सूत्री व निगरानी समितियों के बंटवारे पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. इस बाबत उन्होंने एक चार सदस्यीय फार्मूला गठन किया था, लेकिन आज तक बीस सूत्री व निगरानी समिति धरातल पर नहीं उतर पाया है.
हेमंत सरकार को सत्ता में आए करीब 17 माह बीत चुके हैं
बता दें कि हेमंत सरकार को सत्ता में आये हुए अब करीब 17 माह गुजर चुके हैं. इस दौरान सत्तारूढ़ गठबंधन दल के सहयोगी नेताओं और कार्यकर्ताओं की निगाहें खाली पड़े निगम-बोर्ड और समितियों के पदों पर हैं. लेकिन आज तक यह काम सरकार के स्तर पर नहीं हो सका है. ऐसे में सरकार के सभी सहयोगी दलों (कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी) के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं में अभी भी नाराजगी है.
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चार सदस्यीय कमिटी को मिला था फॉर्मूला तय करने का जिम्मा
बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन और निगरानी समितियों का बंटवारा बिना किसी विवाद के हो, इसके लिए आरपीएन सिंह ने कांग्रेस के लिए चार सदस्यीय कमिटी बनायी है. कमिटी के सदस्यों में प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर व केशव महतो कमलेश शामिल हैं. समिति का मुख्य काम घटक दलों से बातचीत कर समितियों की हिस्सेदारी तय करनी थी. इसके लिए समिति को 31 जनवरी तक हिस्सेदारी का फॉर्मूला तय करने का जिम्मा मिला था. समिति के सदस्यों ने इस बाबत सीएम से भी मुलाकात की थी, लेकिन यह पहल आज तक जमीन नहीं उतरी है.
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17 महीने में केवल मंत्रियों के बीच ही हुआ जिला बंटवारा
इन 17 महीने में सरकार के तरफ से केवल एक पहल यह की गयी है कि सभी 10 मंत्रियों के बीच जिलों को प्रभारी ही बनाया गया है. प्रखंड व जिला अध्यक्ष स्तरीय समिति पर कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है. बीते 5 मार्च को पूर्व डिप्टी सीएम स्टीफन मरांडी को राज्य स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. सीएम राज्य स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के पदेन अध्यक्ष होते हैं. हालांकि मंत्रियों को प्रभारी बनने से जिला प्रभारियों की घोषणा हो जाने के बाद अब जिला और प्रखंड स्तरीय समिति बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
जानिये, किस मंत्री के जिम्मे कौन सा है जिला
- जगरनाथ महतो – रांची
- डॉ. रामेश्वर उरांव – खूंटी, सिमडेगा, गुमला
- आलमगीर आलम – साहिबगंज, गोड्डा, बोकारो
- चंपई सोरेन – दुमका, देवघर, जामताड़ा
- जोबा मांझी – पाकुड़, पलामू, लातेहार
- सत्यानंद भोक्ता – रामगढ़, लोहरदगा, हजारीबाग
- बन्ना गुप्ता – धनबाद, सरायकेला-खरसावां
- बादल पत्रलेख – गढ़वा, पश्चिमी सिंहभूम
- मिथिलेश ठाकुर – पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह
- हफीजुल हसन – चतरा, कोडरमा