London/kiev : यूक्रेन और रूस के बीच लगातार चौथे दिन भी भीषण जंग जारी है. लड़ाई का सबसे बड़ा केंद्र यूक्रेन की राजधानी कीव बन गया है. रूसी सैनिक पिछले 3 दिनों से कीव पर कब्जा करने के लिए हमले कर रहे हैं लेकिन उन्हें करारा जवाब मिल रहा है. खबरों के अनुसार ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने कहा है कि लीक हुए दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि रूस 50 हजार सैनिकों को खोने के लिए तैयार है. अब तक यूक्रेन की जंग में तीन हजार रूसी सैनिकों के मारे जाने का अनुमान है. इस कारण बौखलाये हुए पुतिन सैन्य प्रमुखों को यूक्रेन में रासायनिक हथियार के इस्तेमाल और अस्पतालों पर हमले की मंजूरी दे सकते हैं. रूस का स्वास्थ्य मंत्रालय अब ‘मेडिकल इमरजेंसी’ की तैयारी कर रहा है.
रूस को लगता है कि वह यूक्रेन में फंस गया है
हथियारों के जानकार हमीश डी ब्रेटन ने द मिरर से बातचीत करते हुए कहा है कि अगर रूस को लगता है कि वह यूक्रेन में फंस गया है तो वह रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल कर सकता है.. ब्रेटन ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब रूस के डेप्युटी हेल्थ मिनिस्टर ने मेडिकल कंपनियों को आदेश दिया है कि वे रूस के लोगों की जान बचाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए तेजी से काम करें. रूसी मेडिकल कंपनियों को आदेश दिया गया है कि वे मेडिकल एक्सपर्ट और कर्मचारियों की लिस्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को दें ताकि नागरिक कर्मचारियों को तैनात किया जा सके.
25 फरवरी को साइन किये गये दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि रूस बड़ी हेल्थ इमरजेंसी की उम्मीद कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ट्रामा, हर्ट विशेषज्ञ, नर्स, बच्चों के डॉक्टर और रेडियोलॉजिस्ट की लिस्ट मांगी है. एक अन्य सैन्य अधिकारी ने आईटीवी से कहा कि इस दस्तावेज से यह खुलासा होता है कि रूस को यह उम्मीद नहीं थी कि इस तरह का प्रतिरोध और नुकसान उन्हें यूक्रेन में उठाना पड़ सकता है.
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