NewDelhi : केंद्र सरकार ने बांग्लादेश में अस्थिर हालात पर चिंता जताते हुए मंगलवार को कहा कि वह पड़ोसी देश की स्थिति पर लगातार नजर बनाये हुए है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा में बांग्लादेश हिंसा के बारे में जानकारी दी. कहा कि बांग्लादेश में जुलाई से हिंसा जारी है. भारत सरकार बांग्लादेश के अधिकारियों के संपर्क में है. वहां, पुलिस पर भी हमले किये जा रहे हैं.
“Estimated 19,000 Indian nationals there, of which 9,000 are students”: Jaishankar briefs Lok Sabha on Bangladesh unrest
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— ANI Digital (@ani_digital) August 6, 2024
#WATCH | Speaking in Lok Sabha on the situation in Bangladesh, EAM Dr S Jaishankar says, “I rise to apprise this august House of certain recent developments pertaining to Bangladesh…Since the election in January 2024, there has been considerable tensions, deep divides and… pic.twitter.com/Cy9lCmpt6J
— ANI (@ANI) August 6, 2024
जयशंकर ने कहा, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है
जयशंकर ने कहा, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. हम अल्पसंख्यकों की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि शेख हसीना ने भारत आने का अनुरोध किया था. गये हमें बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान मंजूरी के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ वह कल शाम दिल्ली पहुंचीं. उन्होंने कहा, ‘हम अपने राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निकट और निरंतर संपर्क में हैं.
एक सूत्री एजेंडा यह था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा दे दें
एस जयशंकर ने राज्यसभा में दिये गये एक बयान में कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के दशकों से गहरे संबंध हैं. उन्होंने कहा कि वहां के हालात से यहां भी चिंता उत्पन्न हुई है. कहा कि वहां जून से हालात बिगड़ने शुरु हुए और यह सिलसिला अब तक जारी है और उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भी हालात नहीं बदले. उन्होंने कहा कि जो कुछ पड़ोसी देश में हुआ, उसका एक सूत्री एजेंडा यह था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा दे दें.
पांच अगस्त को कर्फ्यू के बाद भी वहां दंगे हुए.
जयशंकर ने कहा कि पांच अगस्त को कर्फ्यू के बाद भी वहां दंगे हुए. उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की अनुमति मांगी थी और उनका अनुरोध स्वीकार कर उन्हें यहां आने की अनुमति दी गयी. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अभी भी अस्थिर हालात हैं.
बांग्लादेश में 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं.
कहा कि सरकार राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक अनुमान के अनुसार 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं. जुलाई में अधिकतर छात्र भारत लौट आये. भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेशी सेना के संपर्क में है.
बांग्लादेश की अराजकता में विदेशी सरकारों की भूमिका से इनकार नहीं
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं के सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने बांग्लादेश में अराजकता में विदेशी सरकारों की भूमिका से इनकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि हालात बहुत संवेदनशील हैं और सरकार पड़ोसी देश के घटनाक्रम पर लगातार नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंसा एवं अस्थिरता को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने चिंता जतायी. विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ लगने वाली सीमा पर सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं.