पास कैंडिडेट को रेलवे में नौकरी का सुनहरा मौका, NCR में निकली बंपर वैकेंसी उन्होंने कहा कि आप की मांगों को हमने विधानसभा में रखा है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के सामने फिर से आपकी समस्याओं को विधानसभा में उठाएंगे. हम चाहेंगे कि आपकी समस्या जल्द दूर हो. सहिया दल ने कहा कि पिछले 12 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में कार्य करने के बावजूद भी सरकार द्वारा ना तो हमलोगों को संविदाकर्मी का दर्जा दिया गया और ना ही स्थायीकरण के बारे में सोचा जा रहा है. इसे लेकर हमलोग विधायक से मिलकर सरकार तक बात पहुंचाना चाहते हैं. देखें वीडियो-
सहिया का वेतन 10000 किया जाय
उनकी मांगें हैं कि सहिया का वेतन 10000 निर्धारित किया जाए. सहिया साथी का 6000 की जगह 18000 और बीटीटी टीम का 24000 वेतन निर्धारित किया जाए. अप्रेजल के बहाने बीटीटी को हटाने एवं कार्यमुक्त करने की प्रक्रिया पर रोक लगायी जाय. इसे भी पढ़ें-पुलिस">https://lagatar.in/police-arrested-6-gamblers-recovered-1-lakh-22-thousand-rupees/40093/">पुलिसने किया 6 जुआरियों को गिरफ्तार, 1 लाख 22 हजार रुपये बरामद बता दें कि कि केवल 2000 के मासिक मानदेय पर हैं सहिया और 6000 के मानदेय पर सहिया साथी हैं. वहीं 8000 के मानदेय का भुगतान स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार द्वारा किया जा रहा है जो किसी भी तरह से जायज नहीं है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. इसे भी पढ़ें-गोमिया">https://lagatar.in/the-workers-engaged-in-the-construction-of-gomiya-degree-college-are-not-getting-full-wages/40132/">गोमिया
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