Subodh Singh Sahibganj : जिला व्यवाहार न्यायालय परिसर में हर रोज़ सैंकड़ों अधिवक्ता और आम नागिरक पहुंचते हैं. कोर्ट और कोर्ट से संबंधित न्यायिक प्रक्रिया में समय लगता है. इस दौरान लोग व्यवहार न्यायालय परिसर में बने विश्राम गृह में आसरा लेते हैं. लोगों को आसरा देने वाले वही विश्राम गृह आज पूरी तरह जर्ज़र और बदहाल हो चुका है. बारिश के दिनों में छत से पानी रिसता है. जिसके कारण लोगों का यहां बैठना दूभर हो जाता है. छत इतनी कमज़ोर हो चुकी है कि हमेशा दुर्घटनाओं का डर बना रहता है. अब तक नहीं हुई मरम्मति जिला अधिवक्ता संघ के जिला सचिव विजय कुमार कर्ण ने बताया कि साल 1993 में इस भवन का निर्माण तत्कालीन उपायुक्त सुभाष शर्मा ने करवाया था. ठेकेदार ने गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया. इसलिए कम समय में ही विश्राम गृह जर्जर हो गया. विजय कुमार कर्ण ने कहा कि भवन निर्माण के बाद आज तक मरम्मति भी नहीं करवाई गई. कहीं नहीं हुई सुनवाई उन्होनें बताया कि कई बार मौखिक तौर पर उपायुक्त को इसकी जानकारी दी गई. स्थानीय जनप्रतिनिधि से भी आग्रह किया गया. साहिबगंज जिला प्रधान न्यायाधीश ने भी इसे लेकर आश्वासन दिया. लेकिन आश्वासन किसी फ़ैसले तक पहुंच ही नहीं सका. लिहाज़ा हमेशा यहां हादसे का डर बना रहता है. यह">https://lagatar.in/sahibganj-senior-civil-judge-dharmendra-kumar-said-elderly-is-not-a-burden-we-exist/">यह
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साहिबगंज : व्यवाहार न्यायालय का विश्राम गृह जर्जर, छत से टपकता है पानी, कभी भी हो सकता है धराशायी
