Sahibganj: उधवा प्रखंड के अंचलाधिकारी [CO] विक्रम महली का शव 29 अगस्त को संदिग्ध परिस्थिति में उनके आवास में मिला है. वे राजमहल में अंजनी नंदन चौरसिया उर्फ मुन्ना बाबू के मकान में किराए पर रहते थे. पत्नी व बच्ची भी साथ रहते थी. इन दिनों वे अकेले थे.
29 अगस्त की सुबह नौकरानी आई. उसने घर को अंदर से बंद पाया. उसने ड्राइवर मनोज मंडल को सूचना दी. मनोज मंडल ने कॉल कर उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने काॅल रिसीव नहीं किया. मनोज वहां आया और खिड़की से झांक कर देखा. उसने देखा कि महली फर्श पर गिरे हैं. उसने खिड़की से चेहरे पर पानी का छिड़काव किया. परन्तु इसका कोई असर नहीं हुई. इसके बाद मकान मालिक व अन्य लोगों को सूचना दी. बगल में ही कार्यपालक दंडाधिकारी विशाल पांडेय व थाना प्रभारी प्रणित पटेल रहते हैं. सभी पहुंचे और दरवाजा तोड़कर अंदर गए. राजमहल अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उदय टुडू को बुलाया गया. उन्होंने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. खाना टेबल पर रखा हुआ था. उनके शरीर पर सिर्फ एक गमछा था. उन्हें जानने वाले लोगों का कहना है कि वे हाई शुगर के मरीज थे. नौ मार्च 2021 को उनकी पोस्टिंग उधवा में हुई थी. मूल रूप से वे रांची के चुटिया के रहने वाले थे.
बताया गया है कि पिछले साल विक्रम महली को डेंगू हो गया था. उन्हें ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी कई तरह की बीमारी थी. 28 अगस्त की रात करीब आठ बजे घर पर काम करनेवाली महिला खाना बनाकर गई थी. उसने बताया कि तीन रोटी बनाई थी, लेकिन, साहब ने एक रोटी खाई. आशंका जताई जा रही है कि तबीयत बिगड़ने पर वह बिछावन पर लेट गए. शुगर व ब्लड प्रेशर लो होने की से वजह उनकी माैत हो गई. मौत की सूचना मिलने पर एसडीओ रोशन साह भी पहुंचे. स्वजनों को सूचना दे दी गई है. वे रांची से साहिबगंज के लिए रवाना हो गए हैं. स्वजनों के आने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा. मामले में उनके निजी चालक मनोज मंडल के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है.
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