Ranchi: मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं. महिलाएं अपने घर-परिवार चलाने के साथ-साथ छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा कर रही हैं. अपने बच्चों का पालन-पोषण करने के साथ उनकी शिक्षा-दीक्षा में भी यह मंईयां सम्मान योजना बहुत सहायक सिद्ध हो रही है. शहर समेत गांव-गांव में महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है. लेकिन कुछ महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे काफी मायूस हैं.
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दूसरी बार भी फॉर्म भरा, लेकिन सुधार नहीं हुआ
हरमू निवासी सैमुन निशा, पति हाफिज इमरान नैयर हैं. इनके तीन छोटे बच्चे हैं. घर-परिवार समेत बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी है. ये किराये के मकान में रहते हैं और ट्यूशन पढ़ाकर घर-परिवार चलाते हैं. वहीं मंईयां सम्मान योजना के आने से वे काफी खुश थीं, क्योंकि अब उन्हें इस योजना से कुछ मदद मिलने की उम्मीद थी. लेकिन फॉर्म भरने के बाद भी योजना का लाभ नहीं मिल पाया.
मालूम करने पर पता चला कि फॉर्म में बैंक खाता गलत अंकित हो गया है. उसे सुधारने के लिए वे अंचल कार्यालय गईं, जहां नया फॉर्म भरकर जमा करने को कहा गया. फॉर्म तो भर दिया गया, लेकिन उसमें सुधार नहीं हो पाया. इस कारण अब तक उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल सका है. यदि इसमें सुधार कर दिया जाए, तो उन्हें भी मंईयां योजना का लाभ मिलने लगेगा.
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