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सासंद आदर्श ग्राम फेज-1 की योजनाएं 5 साल बाद भी अधूरी

Shakeel Akhter Ranchi: झारखंड में सासंद आदर्श ग्राम योजना फेज-1 की अवधि समाप्त होने के पांच साल बाद भी योजनाएं अधूरी हैं. सांसद आदर्श ग्राम योजना फेज-1 की अवधि 2014-2018 तक निर्धारित थी. इस अवधि के समाप्त होने के पांच साल बाद तक सिर्फ 77.96 प्रतिशत योजनाएं ही पूरी हो सकी हैं. सरकार ने सांसद ग्राम योजना के तहत गांवों को पूरी तरह विकसित करने की योजना बनायी थी. इस योजना के तहत हर सांसद को अपने-अपने क्षेत्र से एक वित्तीय वर्ष के दौरान कम से कम एक गांव का चुनाव इस योजना के तहत करना था. सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चुने गये गावों के विकास की जिम्मेवारी संबंधित राज्य सरकारों की थी. राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, सांसद आदर्श ग्राम योजना के फेज-1 में 20 जिलों के 52 गावों को चुना गया था. इन गावों में विकास से जुड़ी कुल 4184 योजनाएं स्वीकृत की गयी थी. इन्हें 2017-18 तक पूरा करना था. लेकिन 2025 तक इसमें से सिर्फ 3262 योजनाओं को पूरा किया जा सका है. यह सांसद आदर्श ग्राम योजना के फेज-1 के लिए निर्धारित लक्ष्य का सिर्फ 77.96 प्रतिशत है. फेज-1 के लिए स्वीकृत योजनाओं में से 194 योजनाओं पर अब भी काम जारी है.
सांसद आदर्श ग्राम योजना फेज-1 की स्थिति
जिला योजना पूर्ण उपलब्धि (%)
धनबाद 253 106 41.9
चतरा 131 61 46.51
गिरिडीह 194 109 56.19
गुमला 432 249 57.64
खूंटी 112 79 70.54
पश्चिम सिंहभूम 418 322 77.03
साहिबगंज 215 164 76.28
लातेहार 118 94 79.66
पूर्वी सिंहभूम 471 386 81.95
पलामू 442 369 83.48
कोडरमा 117 102 87.18
बोकारो 65 57 87.69
दुमका 116 102 88.71
गढ़वा 124 110 88.71
गोड्डा 41 37 90.24
सरायकेला 108 107 99.07
देवघर 134 125 93.28
लोहरदगा 46 45 97.83
रांची 508 501 98.43
हजारीबाग 139 137 98.56

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