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सारण :  18 सरकारी कर्मियों पर गिरी गाज, चुनाव ड्यूटी से हटाए गए, FIR और विभागीय जांच के आदेश

Saran : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सारण जिला प्रशासन ने आचार संहिता उल्लंघन पर कड़ा रुख अपनाया है. राजनीतिक गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर 18 सरकारी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से चुनावी ड्यूटी से हटा दिया गया है.

 

साथ ही जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी के खिलाफ FIR दर्ज, निलंबन की कार्रवाई और विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही तीन महीने के भीतर स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा. 

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, प्रशासन को शिकायतें मिली थीं कि कुछ सरकारी कर्मचारी खुले तौर पर राजद, जदयू और भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं. जांच में सोशल मीडिया पोस्ट, फोटो और वीडियो जैसे ठोस सबूत भी मिले.

 

इसके बाद डीएम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कार्मिक कोषांग को पत्र भेजा, जिसमें इन कर्मचारियों को मतदान कार्य से मुक्त करने और संबंधित थानों को FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया.

 

कर्मचारियों की लिस्ट

जिन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें ज्यादातर शिक्षक और जीविका कर्मी शामिल हैं.

  • - सुरेंद्र कुमार सिंह : शिक्षक, मध्य विद्यालय रतनपुरा (छपरा)
  • - प्रियंका कुमारी : सहायक शिक्षिका, बालिका उच्च विद्यालय छपरा
  • - धर्मेंद्र सिंह : BLO, घोघिया सरकारी विद्यालय (बनियापुर)
  • - सुरेंद्र प्रसाद यादव : शिक्षक, मैकडॉनल्ड हाई स्कूल देवरिया (तरैया)
  • - दीपक कुमार : शिक्षक, हाई स्कूल परसा
  • - जफर हुसैन : प्रभारी प्रधानाध्यापक, राम अवतार हाई स्कूल दिघवारा
  • - प्रमोद सिंह : BLO, कन्या मध्य विद्यालय मशरख
  • - चंद्र मोहन कुमार सिंह : नव सृजित प्राथमिक विद्यालय धेनुकी
  • - राजेश कुमार तिवारी : बीपीएससी शिक्षक (सोनपुर)
  • - मनोज कुमार मिश्रा : उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिश्रावलिया
  • - आलोक कुमार सिंह : खोरी पाकड़ मिडिल स्कूल अमनौर
  • - उपेंद्र यादव : मध्य विद्यालय हंसराजपुर, एकमा
  • - मनोज कुमार सिंह : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बसंतपुर, पानापुर
  • - मुकेश कुमार : प्राथमिक विद्यालय तरवार, अमनौर
  • - विजय कुमार : BPM, जीविका एकमा
  • - मनीष कुमार : CC, जीविका एकमा
  • - सेफरत हुसैन : मदरसा हमीदिया गोदना, रिवीलगंज
  • - उमेश कुमार : प्राथमिक विद्यालय, बनियापुर

 

डीएम का सख्त संदेश

डीएम अमन समीर ने साफ कहा है कि लोकतंत्र की निष्पक्षता सर्वोपरि है. कोई भी सरकारी कर्मचारी अगर किसी दल या प्रत्याशी के पक्ष में दिखा, तो उसे चुनाव ड्यूटी से हटाया जाएगा, उसके खिलाफ FIR होगी, निलंबन होगा और स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा.

 

प्रशासन की कड़ी निगरानी

सारण जिले की छह विधानसभा सीटों पर प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है. अधिकारियों ने बताया कि अब सभी सरकारी कर्मचारियों के फोन की लोकेशन, सोशल मीडिया गतिविधियां और फोटो-वीडियो पर निगरानी रखी जा रही है.

 

डीएम ने चेतावनी दी है कि गर किसी कर्मचारी ने चेतावनी के बाद भी राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लिया, तो सीधी कार्रवाई कर उसकी नौकरी तक खत्म की जा सकती है.

 

 

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