सारंडा: दुबिल में जलमिनार बनाकर पेयजल आपूर्ति करने की मांग
Kiriburu : सेल की चिड़िया खदान की गोद में बसा तथा सबसे ज्यादा प्रभावित सारंडा के छोटानागरा पंचायत अन्तर्गत दुबिल, रोडु़वा एंव धमरगुटू आदि गांव व उसके टोला के ग्रामीणों को आज भी शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है. गांव के ग्रामीण आज भी गांव क्षेत्र से बहने वाले प्राकृतिक नाले का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. दुबिल के मानकी दुनू चाम्पिया की अध्यक्षता में रविवार को ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर बैठक की, जिसमें मानकी दुनू चाम्पिया ने इस समस्या को सबसे गंभीर बताते हुए कहा कि आजादी के पूर्व से बसा दुबिल गांव में आज तक जिस किसी की भी सरकारें आयी तथा गांव के बगल स्थित सेल की चिड़िया खदान होने के बावजूद अब तक किसी के द्वारा भी ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. चिड़िया खदान की मिट्टी-मुरूम व लाल पानी ने गांव क्षेत्र से बहने वाली तमाम प्राकृतिक नदी-नालों को प्रदूषित व गहराई को भरने के साथ-साथ हमारी खेतों को भी बंजर बना दिया है. दुनू चाम्पिया ने कहा कि डीएमएफटी फंड से छोटानागरा पंचायत के तमाम गांवों में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकार की तरफ से बाईहातु गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व जल मीनार बनाकर विभिन्न गांवों में पेयजल आपूर्ति करायी जा रही है लेकिन इस योजना का लाभ दुबिल, रोडु़वा, धर्मरगुटू, हेन्देदिरी गांव व टोलों के सैकड़ों ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है जिससे ग्रामीण नाले का दूषित पानी पीने व उससे होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होने को मजबूर हैं. पिछले दिनों हीं बीमारी से हमारे क्षेत्र के तीन गांवों के तीन बच्चों की मौत हो गई है. अगर यही मौत बडे़ शहरों में हुई होती तो अब तक बडा़ राजनीतिक व सामाजिक मुद्दा बना होता लेकिन सारंडा जैसे पिछड़े व अविकसित गांवों में तो ऐसी घटनाएं आम बात मानी जाती है. दुनू चाम्पिया ने कहा कि सरकार अथवा सेल प्रबंधन हम ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु कमसे कम दुबिल के मानकी टोला, रोडु़वा, हेंदेदीरी टोला में एक-एक विद्युत या सोलर चालित मोटर युक्त जलमिनार स्थापित कर पेयजल आपूर्ति सुविधा बहाल हो ताकि सैकड़ों परिवारों को शुद्ध पेयजल मिल सके. इस दौरान वीर सिंह हंसदा, चुमरु चाम्पिया, शिवा चाम्पिया, मंदुयी चाम्पिया, ज्योति चाम्पिया, रासमुनी चाम्पिया, जोबना चाम्पिया, सुनीता चाम्पिया आदि मौजूद थे. [wpse_comments_template]

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