सारंडा के ग्रामीण अपनी जमीन और सहयोग बाहरी अनैतिक लोगों की राजनीति के लिए नहीं दें: मानकी लागुड़ा देवगम

Kiriburu : करमपदा खादान के मजदूरों के साथ गुरुवार को सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम एवं अखिल झारखंड श्रमिक संघ के कोल्हान प्रभारी राजू सांडिल ने बैठक की. बैठक में कहा गया कि करमपदा लौह अयस्क खदान के भोले-भाले मजदूरों को अपने स्वार्थ की खातिर पिछले कुछ दिनों से सारंडा से बाहर के कथित मजदूर नेता रूपी अनैतिक लोग बरगला रहे हैं. ऐसे अनैतिक लोग खदान, उद्योग, मजदूर व सारंडा के भोले-भाले ग्रामीण व बेरोजगारों के विरोधी हैं. ऐसे लोगों के झांसे में सारंडा के ग्रामीण व मजदूर नहीं आयें बल्कि उनका विरोध करें. अपनी जमीन और सहयोग उनकी राजनीति के लिए कतई नहीं दें. उन्होंने कहा कि खदान प्रबंधन व खदान में कार्य करनेवाले मजदूर एक सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों के बीच चोली-दामन जैसा संबंध रहता है. अनेक मांगों व समस्याओं को लेकर वाद-विवाद व टकराव भी होता है लेकिन यह अस्थाई होता है, सारंडा की तमाम खदानें बंद होने की वजह से यहां के लोग बेरोजगारी व पलायन का भारी दंश निरंतर झेल रहे हैं एवं यहां के लोगों को अच्छी तरह से मालूम हो गया है कि बेरोजगारी कितना बडा़ अभिशाप है. ऐसे में जब शाह ब्रदर्स की करमपदा लौह अयस्क खदान वर्षों बाद उच्च न्यायालय के आदेश पर खुली है तो इस क्षेत्र के लोगों व खदान के मजदूरों को बिना व्यवधान डाले नियमित कार्य जारी रखना चाहिये ताकि लोगों के घर का चूल्हा जल सके. उन्होंने कहा कि जिन लोगों की बुनियाद अपराध व गलत कार्यों पर टीकी है तथा जिन्हें कानून व मजदूर अधिनियम की तनिक जानकारी नहीं हो वह आपका व हमारा क्या लाभ दिलायेंगे. मानकी ने कहा कि ऐसे लोग सिर्फ मुठ्ठी भर लोगों को गुमराह कर समस्या खड़ी कर सकते हैं लेकिन समाधान नहीं निकाल सकते हैं. समाधान आपको ही प्रबंधन से बात कर निकालना होगा. सारंडा में स्थित तमाम बंद खदानें कैसे खुलें एवं यहां के बेरोजगारों को अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ा जाये, उसके लिये कोई लडा़ई नहीं लड़ रहा है. बल्कि जो खदानें खुली हैं, उसे बंद कराकर रोजगार प्राप्त लोगों को बेरोजगार करने का कार्य किया जा रहा है.
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