हमारी परंपराएं ही हमारी पहचानः वीसी
मुख्य अतिथि कुलपति (वीसी) तपन कुमार साडिल्य ने महोत्सव में शिरकत करते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजना हम सभी की जिम्मेदारी है. हमारी परंपराएं ही हमारी पहचान हैं. जिन्हें हमें युवा पीढ़ी के बीच साझा करना होगा. इस अवसर पर कांग्रेस महानगर अध्यक्ष कुमार राजा, एंजल मरिना तिर्की, सुशील उरांव, विवेक तिर्की, नरेश पाहन और शीतल टोप्पो सहित समेत कई लोग उपस्थित रहे.इस दौरान वीसी मांदर बजाया औऱ नृत्य भी किए, महोत्सव में विद्यार्थियों ने सामूहिक और एकल गीतों की मनमोहक गीत प्रस्तुति दी. इसमें मुंडारी, कुड़ुख, हो, संथाली और खड़िया भाषाओं के लोक गीत गूंजे, तो वहीं नागपुरी गीतों ने समां बांध दिया. वीर बुधु भगत छात्रावास के विद्यार्थियों ने कुड़ुख भाषा में प्रस्तुत "हुजुम कादय हुजुम बरदय, सरय मन बालदन बादय... गीत पर दर्शकों की तालियां गूंज उठीं. विभिन्न आदिवासी कॉलेजों के छात्रावासों के विद्यार्थियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ खोड़हा नृत्य प्रस्तुत किया, जो आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को बचाने का संदेश दे रहा था. नृत्य के जरिए समाज में एकता, भाईचारे और सद्भावना को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया गया. इस महोत्सव ने न सिर्फ आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित किया, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ने के लिए भी प्रेरित किया. इसे भी पढ़ें – राज्यसभा">https://lagatar.in/rajya-sabha-chairman-dismissed-the-notice-of-breach-of-privilege-against-amit-shah/">राज्यसभाके सभापति ने अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस खारिज किया
Leave a Comment