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Ranchi : सरहुल को लेकर आदिवासी समाज में हर्षोल्लास है. शोभायात्रा को सफल बनाने को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों ने अलग-अलग जगहों में बैठक की. जिसमें करमटोली स्थित धुमकुड़िया भवन, सिरमटोली सरना स्थल समेत डैम पार्क कांके रोड कार्यालय में बैठक की गई. सरहुल आयोजन को भव्य बनाने को लेकर चर्चा की गई. सचिव अरविंद हंस ने कहा कि 23 मार्च को सरना धर्मावलंबी उपवास रखेंगे. उसी दिन नदी तालाब से मछली केकड़ा पकड़ने की परंपरा है. रात को घड़ा में जल रखाई कार्यक्रम होगी. 24 को सरहुल शोभायात्रा निकाली जाएगी. 25 मार्च को सभी घरों में फूलखोंसी की जाएगी. न्यू गार्डेन सिरमटोली सरना समिति के तत्वावधान में शोभायात्रा का सिरमटोली सरना स्थल में स्वागत किया जाएगा.
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केंद्रीय सरना समिति के महासचिव कृष्णा कांत टोप्पो ने कहा कि सरहुल शोभायात्रा में आने वाले खोड़हा मंडली को स्वागत के लिए भव्य पंडाल बनाया जाएगा. पाहन की अगुवाई में जुलूस निकाली जाएगी. सरना स्थल में आने वाले सभी अगुवा और पाहन को सरना गमछा देकर सम्मानित किया जाएगा. नगर निगम के द्वारा सड़क समतलीकरण, जलापूर्ति और मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी. समिति के द्वारा बनाई गई कमेटी खोड़हा मंडली की निगरानी रखेंगे.
आदिवासी जनपरिषद के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि सरहुलोत्सव को सूर्य और धरती की विवाह का दिन माना जाता है. सरहुल आदिवासी दर्शन को दर्शाती है. मुंडारी में सरहुल संथाल में बा परब के नाम से जानते हैं. शोभायत्रा का अलबर्ट एक्का चौक में स्वागत किया जाएगा और पाहनों को सम्मानित किया जाएगा.
केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि सरहुलोत्सव में सभी सरना धर्मावलंबी अपने घरों में सरना झंडा लगायेंगे. प्रशासन के द्वारा सभी चौक-चौराहो में अतिरिक्त पुलिस तैनात की जाएगी. नृत्य मंडली रस्सी से घेराबंदी में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. पारंपरिक वेशभूषा और वाद्ययंत्रों के साथ शोभायात्रा में सभी शामिल होंगे.
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