alt="" width="600" height="400" /> पवित्र जल से पाहन (पुजारी) का स्नान भी कराया गया. पूजा में विभिन्न प्रकार के नए फल-फूल चढ़ाए गए. इसके बाद सभी सरना धर्मावलंबी इसे ग्रहण करेंगे. हरमू मौजा के लोगों ने सरना मां और सिंगबोंगा से प्रार्थना की कि जिस प्रकार प्रकृति पुराने पत्तों को त्यागकर नए पत्तों और फूलों से खुद को संवारती है, उसी प्रकार सभी सकारात्मक ऊर्जा के साथ नए वर्ष की शुरुआत करें. सरहुल महोत्सव में आदिवासी जीवनशैली को दर्शाने वाली झांकी भी तैयार की जा रही है. जिसे शोभायात्रा में शामिल किया जाएगा. मौके पर रवि तिग्गा, गुलाबचंद बाड़ा, दशरथ बेक, प्रेम खलखो, करमा तिर्की, अर्जुन तिर्की, उषा पूर्ति, नंदू तिग्गा, विक्की कच्छप, सुमन गाड़ी, सलोनी गाड़ी, मालती तिग्गा, पूनम मिंज, अंजना टोप्पो समेत अन्य मौजूद थे. इसे भी पढ़ें – सोनिया">https://lagatar.in/sonia-gandhi-raised-questions-on-education-policy-in-an-article-written-in-hindu-bjp-rejected-it/">सोनिया
गांधी ने हिंदू में लिखे लेख में शिक्षा नीति पर सवाल उठाये, भाजपा ने खारिज किये…
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