Jamshedpur : मानगो पेयजल परियोजना और कानून व्यवस्था को लेकर आयोजित धरना में जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कहा कि अगर आला अफसर आदेश कर रहे हैं और नीचे वाले उसे मान नहीं रहे हैं, तो इसका मतलब यह हुआ कि मानगो पेयजल परियोजना के खिलाफ साजिश चल रही है. कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते कि मानगो पेयजल परियोजना सफल हो. सरयू राय ने सवाल उठाया कि यह कैसे संभव है कि सीनियर अफसर आदेश करें और उनकी बात जमीन पर न उतरे? आखिर वो कौन लोग हैं जो बड़े अफसरों के आदेश को जमीन पर उतरने नहीं दे रहे? ऐसे लोगों की जांच होनी चाहिए और उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए. जमशेदपुर की कानून व्यवस्था के सवाल पर सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर में पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी में हम लोगों ने इतना काम किया, जितना 25 वर्षों में भी नहीं हुआ था.
सरयू राय ने कहा
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मानगो पेयजल परियोजना और कानून व्यवस्था को लेकर आयोजित धरना में जबरदस्त भीड़.
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बोले सरयूःजमशेदपुर पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत.
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125 करोड़ के मानगो पेयजल परियोजना को विफल करने की साजिश.
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मानगो के 75 फीसद घरों में नहीं आ रहा है पानी.
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मानगो में अपनी मर्जी से पानी रोका और छोड़ा जा रहा है.
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नीचे के लोग ऊपर के अफसरों की बातों को सुनते ही नहीं.
सरयू राय ने जमशेदपुर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष आयोजित धरना में शामिल हजारों लोगों से उन्होंने कहा कि मानगो पेयजल परियोजना में 125 करोड़ से अधिक खर्च हुआ, लेकिन आज मानगो के 75% घरों में पानी नहीं आ रहा. केवल एक मोटर को छोड़कर आज इनके इंटकवेल के सभी मोटर धराशायी हो गए हैं. वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी मोटर जला हुआ है. टंकियों के मोटर जले हुए हैं. घरों में पानी नहीं आ रहा. लोग परेशान हैं. सरयू राय ने कहा कि ऊपर के अफसर कहते हैं कि वो दबाव डाल कर काम कराएंगे. लेकिन होता यह है कि ऊपर के अफसर दबाव बनाते हैं पर नीचे के लोग बड़े अफसरों की सुनते नहीं. उन्होंने जानना चाहा कि ऐसे कौन से लोग हैं, जो ऊपर के अफसरों के दबाव से नीचे के लोगों को बचा रहे हैं? यह परियोजना पूरा नहीं होगा तो मानगो के लोगों को पानी नहीं मिलेगा. विधायक ने कहा कि जमशेदपुर की कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. शहर की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. अब उन्हें सड़क पर निकलने में डर लग रहा है. उन्हें भय है कि वह सड़क पर चलेंगी और कोई उनसे छिनतई कर लेगा. जमशेदपुर पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत है. धरना कार्यक्रम में आशुतोष राय, एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ पवन पांडेय, आजसू के जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह, लोजपा के जिलाध्यक्ष सतीश सिंह, जद(यू) के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, भाजपा नेता केपी सिंह, नित्यानंद सिन्हा, लल्लन दिवेदी, शत्रुघ्न गिरी, बीजेपी कदमा मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह भीम, बिष्टुपुर मंडल अध्यक्ष संजय तिवारी, साकची मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडे, आजादनगर मंडल अध्यक्ष फातिमा शाहीन, लल्लन चौहान, अशोक सिंह चौहान, सुनील सिंह, छोटन मिश्रा, अमरेंद्र मलिक, शशांक श्रीवास्तव, अमरेंद्र पासवान, सुरंजन राय, लक्की सिंह, धर्मेंद्र प्रसाद, श्वेता कुमारी, उमाशंकर सिंह, सुशील पांडे, विप्लव डे, अमर सिंह, रंजन सिंह, नीरू सिंह, जद (यू) के प्रदेश महासचिव संजय ठाकुर, कौशल सिंह, अंजली सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सुशील सिंह, समाजसेवी शिव शंकर सिंह, घाटशिला जिला परिषद के सदस्य करण सिंह, अजय कुमार, कुलविंदर सिंह पन्नू, भास्कर मुखी, एम चंद्रशेखर राव, मुकुल मिश्रा, हरेराम सिंह, राणा प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, आकाश शाह, दुर्गा राव, विकास साहनी, कन्हैया ओझा, विनोद सिंह, संजीव सिंह, प्रकाश कोया, आफताब सिद्दीकी, पप्पू सिंह, मुन्ना सिंह, मस्तान सिंह, जद(यू) युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष नीरज सिंह, अमित शर्मा, सुधीर सिंह, अजय सिन्हा, पवन सिंह, शेषनाथ पाठक, पिंटू सिंह, राजेश सिंह, विजय सिंह, जद (यू) महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अमृता मिश्रा, मंजू सिंह, प्रवीण सिंह, शमशाद खान, तारक मुखर्जी, लालू गौड़, चुन्नु भूमिज, विवेक पांडेय, भवानी सिंह, शंकर कर्मकार, अर्जुन यादव, गौतम धर, प्रदीप सिंह, अमरेश राय, अशोक सिंह, मनोज गुप्ता, संजय सिंह, बिजेंद्र सिंह, प्रतिभा सिंह, सुनीता सिंह, संजीव मुखर्जी, अनिमेष सिन्हा, निमय अग्रवाल उर्फ गिच्चू, राजन राजपूत, नवीन कुमार, संजय कालिंदी, राकेश लोधी, अतुल कुमार, सुमित साव सहित बड़ी संख्या में एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ता उपस्थित थे.