Ranchi : राजभवन के सामने पिछले 38 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे झारखंड राज्य स्वच्छ भारत मिशन (SBM) ग्रामीण के अनुबंध कर्मियों ने शनिवार को सपनों की अर्थी का श्राध्द एवं पिंडदान किया. एक जनवरी से एसबीएम कर्मियों की संविदा समाप्त होने से वे बेरोजगार हो गये हैं. अन्य राज्यों की तरह झारखड में दूसरे फेज के लिए एसबीएम कर्मियों को पुन: वापस लिए जाने की मांग को लेकर धरना पर हैं. एसबीएम कर्मियों का कहना है कि केंद्र के निर्देश पर भारत के कई राज्यों में एसबीएम कर्मियों का समायोजन किया गया. लेकिन झारखंड में पहले से कार्यरत कर्मियों को हटा कर नयी नियुक्ति की जा रहीं है.
समायोजन प्रमाण पत्र दे या मृत्यु प्रमाण पत्र दे सरकार
एसबीएम कर्मी रोमा कुमारी ने कहा कि सरकार हमें समायोजन प्रमाण पत्र दे या मृत्यु प्रमाण पत्र दे. अब हम पीछे नहीं हटेंगे. वहीं मीडिया प्रभारी आशीष यादव ने कहा कि हम शांत बैठेंगे नहीं. हर शाम हमारी वर्किंग कमिटी की बैठक होती हैं. नई रणनिति बनायेंगे और कुछ नया कार्यक्रम करेंगे.
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