नरेंद्र मोदी ने रोजगार मेले के तहत 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे…
सदर अस्पताल में निम्न बातें निरीक्षण के क्रम में पाई गई
अस्तापल में ऑर्थों के ओपीडी के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन कांउटर स्थापित है और कार्यरत है. लेकिन उसके लिए मुख्य द्वार से अलग से संकेत की आवश्कता है, ताकि मरीजों को सहयोग हो सके. गाइनी वार्ड में मरीजों की संख्या अत्याधिक है और डॉक्टर की संख्या में बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है. इमरजेंसी वार्ड में डॉग बाइट के अधिक मामलें पाए गये. प्रतिमाह 5500 से अधिक Dog Bite के केस आ रहे हैं. इस संबंध में नगर निगम के अपर प्रशासक से अनुरोध है कि वार्ड-वार टीकाकरण कार्यक्रम आदि के संबंध में तेजी लाने की आवश्यकता है. टीबी वार्ड के निरीक्षण में पाया गया कि एमडीआर और एक्सडीआर के संबंध में जागरूकता लाई जा सकती है. टीबी के मरीजों में डीएसटी (drug sensitivity testing) 55 प्रतिशत ही है. जबकि यह 80 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए. इसके लिए नियमित निगरानी की आवश्कयता है. एड्स के लिए ICTC कार्यरत है और प्रतिवर्ष 40 से 50 पॉजेटिव मरीज पाये जा रहे हैं. इनके समुचित इलाज के लिए सदर अस्पताल में ही ART सेन्टर कार्यरत करने पर विचार किया जा सकता है. इसे भी पढ़ें -आगामी">https://lagatar.in/will-field-his-candidates-on-all-seats-in-the-vis-elections/">आगामीबिहार विस चुनाव में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगेः पशुपति [wpse_comments_template]
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