कोडरमा : अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया. इस दौरान 15वें वित्त आयोग के राशि से मॉडल किये जा रहे आंगनबाड़ी में अबतक किये गए कार्यों की समीक्षा की गई. समीक्षा के क्रम में कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य संतोषजनक पाए गए. वहीं कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य असंतोषजनक पाए गए. मामले को संज्ञान में लेते हुए सीडीपीओ, सेविका-सहायिका, मुखिया समेत अन्य संबंधित लोगों को दिशा-निर्देश भी दिये.
इसे भी पढ़ें- धनबाद : सीकेडब्ल्यू साइडिंग के असंगठित मजदूरों ने बीसीसीएल के बिजली कर्मियों को खदेड़ा
सेविका-सहायिकाओं को दिया गया है ट्रेनिंग
सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में उपायुक्त के प्रयास से रनिंग वॉटर उपलब्ध कराई गई है, जिससे अब बच्चों को साफ पानी की असुविधा नहीं होती है. साथ ही साथ “बाला मॉडल” पर जिले के कई आंगनबाड़ी केंद्र को तैयार किया गया है. इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा जिन सेविका-सहायिकाओं को लगातार ट्रेनिंग दिया जा रहा था, अनुमंडल पदाधिकारी ने उसका भी प्रभाव सेविका-सहायिका पर देखा. ट्रेनिंग में अब सभी सेविकाओं-सहायिकाओं को बच्चों के केंद्र पर आने से लेकर उनके देखभाल एवं केंद्र की लो कॉस्ट व नो कॉस्ट के अंतर्गत साफ-सफाई व अन्य संबंधित कार्यों को सिखाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- धनबाद : भूमिगत कोयला खदानों को बंद करने की साजिश- अरूप चटर्जी
आंगनबाड़ी केंद्रों में किया गया पौधारोपण
सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में “ग्रीन कोडरमा, क्लीन कोडरमा” अभियान के तहत पाँच-पाँच पौधे लगाए गए. जिसमें से अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा लोचनपुर, नउआडीह, पूर्णनागर, बरसोतियाबार एवं कोडरमा प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में पौधारोपण किया गया. अनुमंडल पदाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया कि शुरुआत में बच्चों का मन जब पढ़ाई में लग जाता है तभी वे आगे भी चलकर अच्छे से पढाई कर पाते हैं, उनका रुझान ज्यादा पढ़ाई में होता है. साथ ही आप सभी इसी प्रकार अपना ट्रेनिंग भी आगे जारी रखें, आगे आने वाले समय मे जिला प्रशासन द्वारा जाँच भी की जाएगी, जिसमें आप सभी को ध्यान देने की जरूरत है. इस दौरान मौके पर सीडीपीओ, विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका व सहायिका उपस्थित थी.
इसे भी पढ़ें-