- इनसाइडर ट्रेडिंग करने का है आरोप
LagatarDesk : भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया समेत पांच वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. इन पर इनसाइडर ट्रेडिंग कर 19.7 करोड़ का लाभ कमाने का आरोप है. सेबी ने सभी अधिकारियों के बैंक खातों को सीज कर दिया है. साथ ही सभी को शेयर बाजार से भी बैन कर दिया गया है. इन अधिकारियों द्वारा कथित दौर पर अर्जित 19.7 करोड़ रुपये से अधिक अवैध लाभ को भी जब्त करने का निर्देश दिया गया है.
सेबी ने जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की है, उनमें इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया, पूर्व कार्यकारी निदेशक अरुण खुराना, ट्रेजरी ऑपरेशन प्रमुख सुशांत सौरव, जीएमजी ऑपरेशन हेड रोहन जथन्ना और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अनिल मार्को राव शामिल हैं. इन अधिकारियों पर बैंक के शेयरों की कीमत में गिरावट से पहले अंदरूनी जानकारी का दुरुपयोग कर मुनाफा कमाने का आरोप है.
SEBI की कार्रवाई का कारण
सेबी की यह कार्रवाई इंडसइंड बैंक के शेयरों में अचानक आई 27% की गिरावट के बाद की गयी. बैंक ने 10 मार्च 2025 को अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में 1,529 करोड़ रुपये के हेरफेर का खुलासा किया था, जिसके बाद SEBI ने स्वत: संज्ञान लेकर जांच शुरू की. SEBI के मुताबिक, इन अधिकारियों ने बाजार की संवेदनशील जानकारी का उपयोग करके अपने निजी लाभ के लिए शेयरों का लेन-देन किया. जिसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहा जाता है.
21 दिनों में जवाब देना होगा
सेबी ने पांचों अधिकारियों को अगले 21 दिनों के भीतर अपनी सफाई या आपत्ति दर्ज करने का समय दिया है. सेबी के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि इन लोगों को तब तक शेयर बाजार में किसी भी प्रकार के लेन-देन से रोक दिया गया है.
क्या है इनसाइडर ट्रेडिंग
इनसाइडर ट्रेडिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति जो किसी कंपनी के प्रबंधन से जुड़ा होता है, कंपनी के अंदरूनी जानकारी का उपयोग करके उसके शेयरों की खरीद-बिक्री करता है. यह जानकारी सार्वजनिक होने से पहले होती है और इस प्रकार के ट्रेडिंग को बाजार के लिए असंवैधानिक माना जाता है. अगर किसी व्यक्ति ने इस जानकारी का दुरुपयोग करके मुनाफा कमाया है, तो उसे सख्त सजा मिल सकती है. सेबी इस तरह के मामलों में कार्रवाई करने में बिल्कुल भी देरी नहीं करता.