Barhi : महीनों इंतजार के बाद बरही रेलखंड से चिरप्रतीक्षित ट्रेन वंदे भारत का दीदार हुआ, बावजूद लोगों में मायूसी देखने को मिली. लोगों के जेहन में सिर्फ एक ही सवाल था, फिर ठगे गए. यहां के सांसद और विधायक ने सफल प्रयास नहीं किया. बरही में ट्रेन को स्टॉपेज नहीं मिली. लोगों की दलील थी कि देश का सबसे बड़ा चौक, तीन एनएच की संगम स्थली, कोबरा 203 और पदमा सैन्य प्रशिक्षण केंद्र, गौरियाकरमा में भारत का दूसरा कृषि अनुसंधान केंद्र, मां भद्रकाली और पारसनाथ जाने के लिए सीधा मार्ग सहित रियाडा औद्योगिक केंद्र का होने के कारण देश के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं. इसके साथ ही चौपारण, बरकट्ठा, पदमा आदि प्रखंडों तक सटे होने के बावजूद वंदे भारत ट्रेन का बरही में ठहराव नहीं होना आश्चर्य की बात है.
वंदे भारत ट्रेन देखने आए लोगों ने कहा कि लंबी दूरी की ट्रेन का इस रेलखंड से गुजरना खुशी की बात है. परंतु इसका ठहराव नहीं होना बड़ा ही शॉकिंग है. हालांकि इस दिशा में पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में वंदे भारत के ठहराव को लेकर बीते 17 अप्रैल को बरही रेलवे स्टेशन परिसर में पर धरना-प्रदर्शन किया गया था. अब देखना यह होगा कि नियमित परिचालन के बाद क्या इस ट्रेन का बरही में ठहराव हो पाता है या सिर्फ दीदार ही करने को मिलेंगे ? अथवा इस दिशा में जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता फिर से बरहीवासियों के हक की आवाज को कितने जोरदार तरीके से मंत्रालय तक पहुंचाने में सफल होते हैं.
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