Ranchi : इंडियन होम्योपैथी ऑर्गनाइजेशन के सीएमई कार्यक्रम के तहत हानिमैन होम्यो फोरम झारखंड चैप्टर के एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. आईएमए हॉल में आयोजित इस कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मयूरेश महाजन ने अभिव्यक्ति और व्यवहार के आधार पर रोगियों के लक्षणों का मूल्यांकन और विश्लेषण के आधार पर औषधि चयन करने को लेकर जानकारी दी. उन्होंने कई महत्वपूर्ण औषधियों प्लैटिना, आर्स एल्बम, नक्स वोमिका आदि का प्रयोग रोगियों पर कब और कैसे किया गया और कैसे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुआ, इसे बताया. सेमिनार के दूसरे सत्र में डॉ निखिल खेडकर ने रोगियों की ओर से अभिव्यक्त रोगलक्षणों को रुब्रिक में परिवर्तित कर औषधि चयन करने के सरलतम स्वरूप की जानकारी दी. उन्होंने इसे सफल इलाज के लिए अत्यंत आवश्यक बताया. प्रत्येक चिकित्सक को इस विधा में पारंगत होना कुशल होम्योपैथी चिकित्सक होने की पहली शर्त है. सेमिनार में झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िशा से आए होमियोपैथी चिकित्सक एवं छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
ये भी रहे उपस्थित
केंद्रीय महासचिव डॉ अरविंद, डॉ भवेश, डॉ एनके प्रसाद, डॉ सीताराम सिंह, डॉ निशांत मोदी ,डॉ मैति, डॉप्रिया, डॉ डीएन सिंह, डॉ अनूप सिंह, डॉ साकेत सरकार, डॉ एसपी मेहता, डॉ दीपक दूबे सहित अन्य मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें – राजनीतिक व सामाजिक परिदृश्य बदलने का संकल्प लेकर आगे बढ़ें आजसू कार्यकर्ता: सुदेश महतो