Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : कृषि विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सरायकेला खरसावां जिले में 19 अगस्त को 83.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी जबकि 20 अगस्त को 1053.5 मिलीमीटर बारिश हुई है. सरायकेला 93.6, खरसावां 123.6, कुचाई 133.4, गम्हरिया 113.2, राजनगर 127.3, चांडिल 107.4 नीमडीह 106.4, ईचागढ़ 129.4 एवं कुकडु प्रखण्ड में 119.2 मिलीमीटर बारिश हुई है. चारों ओर निरन्तर होने वाली बारिश के कारण ही नदी एवं नाले भर गए थे. ऊपर से डेमों का पानी छोड़ दिये जाने से खरकाई नदी पूरे उफान पर आ गयी थी.
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शनिवार को अपराह्न चार बजे से बारिश हुई धीमी
शनिवार को अपराह्न चार बजे से बारिश की गति धीमी होने लगी तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली. लोगों का कहना था कि उसी रफ्तार में अगर और एक दिन और बारिश हो जाती तो सरायकेला शहरी क्षेत्र सहित खरकाई नदी के तटीय क्षेत्र में बसे गांव वालों को अनेक नुकसान उठाना पड़ता. जिला प्रशासन के निर्देशानुसार नगरपंचायत कार्यालय द्वारा सम्भावित आपदा से निपटने एवं प्रभावितों को सहायता देने की हर सम्भव तैयारी जारी रही. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा नदी तट पर बसे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों पर बाढ़ या अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न सम्भावित संकट से सुरक्षा एवं सहायता की विभिन्न माध्यमों से निगरानी रखी जा रही है.
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जान माल के नुकसान की खबर नहीं
मौजूदा समय तक इस क्षेत्र में किसी बड़े संकट या जान माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है. बिजली गुल रहने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के अनेक मोबाइल भी इस संकट की घड़ी में बेकार साबित हुए हैं. मात्र दो दिनों के इस भयंकर प्राकृतिक आपदा के कारण हुए मूसलाधार बारिश, उफनते नदी नाले, बिजली गुल रहने से अंधकार का साम्राज्य, कई पुल पुलिया डूबने से आवागमन बाधित, एवं मोबाइल काम नहीं करने से सूचना तंत्र की कमी ने लोगों को बहुत कुछ सीख दे गयी है.