Saraikela : कुड़मी समाज के रेल टेका आंदोलन का शनिवार को सरायकेला-खरसावां जिले के कई हिस्सों में असरदार रहा. चांडिल–मुरी रेलखंड पर हेंसालोंग स्टेशन के पास ओड़िया फाटक पर सैकड़ों आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए. इस दौरान बरकाकाना पैसेंजर समेत कई ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. करीब 11 घंटे तक रेल यातायात पूरी तरह ठप रहा.
आंदोलन में दलगत भावना से ऊपर उठकर विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इनमें आजसू पार्टी के केन्द्रीय महासचिव हरेलाल महतो, जेएलएमके के गोपेश महतो, तरुण महतो, विस्थापित एकता मंच के राकेश रंजन महतो, समाजसेवी खगेन महतो सहित बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता शामिल थे.
प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी सह डीटीओ गीरजा शंकर महतो, एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा, रेलवे पदाधिकारी व भारी संख्या में जिला पुलिस व आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने आंदोलनकारियों से कई दौर की वार्ता की, लेकिन लंबे समय तक आंदोलनकारी अपने रुख पर कायम रहे. अंततः शाम करीब 6 बजे प्रशासनिक आश्वासन के बाद हेंसालोंग में रेल टेका समाप्त किया गया.
इसी तरह गम्हरिया प्रखंड के रायबासा फाटक पर भी कुड़मी समाज का रेल टेका आंदोलन चला. यहां शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा मजिस्ट्रेट के तौर पर मौजूद रहे. आंदोलनकारी राहुल महतो, आस्तिक महतो, गौतम महतो समेत बड़ी संख्या में लोग फाटक पर जमे रहे, जिससे रेल परिचालन बाधित रहा. बाद में अधिकारियों के लिखित आश्वासन पर आंदोलनकारी वहां से हटे.
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