Seraikela(Bhagya sagar singh) : बाजार क्षेत्र में पहुंच एवं पैसे के बल पर दुकान एवं भूखंड कब्जाने वाले गैंग कभी भी कब्जा कर सकता है गुमटी नुमा चैंबर “नेकी की दीवार” पर. सरायकेला नगरपंचायत द्वारा वर्षों पूर्व वस्त्र खरीदने में असमर्थ लोगों के सहायतार्थ एक गुमटी नुमा चैंबर नगरपालिका उड़िया मध्य विद्यालय के मुख्य द्वार के बगल मे बनवाया गया था. इसका नाम ” नेकी की दीवार” रखा गया. आम लोगों से अपील किया गया था कि अपने पहने हुए पुराने कपड़े यहां लाकर रख दे. ताकि वस्त्र खरीदने में असमर्थ जरूरतमंद लोग वस्त्र लेकर पहन सकें. इस चैंबर में कपड़े रखने के रैक भी बने हुए हैं. कुछ महीनों तक नेकी की दीवार में बहुत लोग अपने अनुपयोगी वस्त्र देते रहे. जरूरतमंद लोगों ने यहा से वस्त्र लेना भी शुरू कर दिया था.
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सजावट की वस्तु बनी ” नेकी की दीवार”
महामारी कोरोना काल के समय से नेकी की दीवार की उपयोगिता बन्द सी हो गयी है. अब न तो यहां कोई अनुपयोगी कपड़े देने आते हैं और न ही कोई लेने. मात्र एक सजावट की वस्तु बन कर रह गयी है नेकी की दीवार. बेकार एवं अनुपयोगी पड़े नगरपंचायत के इस नेकी की दीवार पर कुछ लोगों की गिद्ध दृष्टि पड़ी हुई है.
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