Ranchi : दक्षिण पूर्व रेलवे ने गुरुवार को बोकारो स्टील सिटी से वाराणसी के लिए लिक्विड ऑक्सीजन से भरा सातवां ऑक्सीजन एक्सप्रेस टैंकर रवाना किया. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में 109.47 टन तरल ऑक्सीजन भेजे गए. लखनऊ के लिए 1 दिन पूर्व भी ऑक्सीजन के टैंकर रवाना किए गए. दोनों ट्रेन को मिलाकर 7 टैंकर से रवाना किए गए.
कोरोना संक्रमण से पीड़ित गंभीर मरीजों के उपचार के लिए यह ऑक्सीजन विभिन्न राज्यों को भेजे जा रहे हैं. इसमें हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्य में शामिल हैं. दूसरे राज्यों में भेजने के लिए तीन और ट्रेन ऑक्सीजन लेकर रवाना होंगी. अगले 24 घंटों में 640 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन भेजे जाएंगे.
यूपी को अबतक 76.29 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजे गए हैं
दक्षिण पूर्व रेलवे के अनुसार उत्तर प्रदेश को अब तक 76.29 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन 5 टैंकरों में भेजा जा चुका है. इसमें एक टैंकर वाराणसी में खाली किए गए. बचे हुए 4 टैंकर लखनऊ भेज दिया गया. जबकि ऑक्सीजन एक्सप्रेस की छठी ट्रेन लखनऊ के रास्ते पर है. यह कल तक 4 टैंकरों में 33.18 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर पहुंच जाएगी. इससे पूर्व में लखनऊ गई खाली टैंकर जल्द ही वापस बोकारो आ जाएंगे.
वहीं हरियाणा में पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस दो टैंकर के साथ ओडिशा के अंगुल से रवाना होने वाली है. दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि तेलंगाना की सरकार ने भी रेलवे से ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना करने के लिए आग्रह किया है. एक खाली रेक 5 टैंकरों के साथ सिकंदराबाद से अंगुल के लिए रास्ते पर है. यह कल तक अंगुल पहुंच जाएगी. दक्षिण पूर्व रेलवे किसी भी राज्य में ऑक्सीजन ट्रांसपोर्टेशन के लिए पूरी तरह तैयार है. रेलवे के अनुसार तरल ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन में कारखाने से लेकर दूर की शहरों तक पहुंचाने का कार्य बहुत ही कठिन है. इसके परिवहन में काफी सतर्कता बरती जाती है. संवेदनशील गैस होने के कारण इसे ट्रेन से नियंत्रित गति से ले जाया जाता है.