NewDelhi : आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास को गवर्नर ऑफ द ईयर का खिताब मिला है. शक्तिकांत दास ने चुनौतीपूर्ण समय में स्थिर नेतृत्व कर यह सफलता हासिल की. दास को कोरोना महामारी के उथल-पुथल भरे दौर और यूक्रेन युद्ध के गंभीर प्रभाव के दौरान वित्तीय बाजारों का नेतृत्व करने के लिए यह सम्मान दिया गया. इससे पहले 2015 में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को पहली बार इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शक्तिकांत दास की सराहना की. साथ ही गवर्नर ऑफ द ईयर पुरस्कार मिलने पर बधाई दी. मोदी ने कहा कि देश के लिए यह गर्व की बात है कि अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन सेंट्रल बैंकिंग ने 2023 के लिए शक्तिकांत दास को ‘गवर्नर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया है. (पढ़ें, गिरिडीह : ईट भट्ठे से दो मजदूरों के शव बरामद, जांच में जुटी पुलिस)
विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों में दास ने भारत का प्रतिनिधित्व किया
वर्ष 2020 में ‘सेंट्रल बैंकर ऑफ द ईयर, एशिया पैसिफिक अवार्ड प्राप्त कर चुके शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को हुआ. उनकी स्कूली शिक्षा ओडिशा के भुवनेश्वर में डेमोंस्ट्रेशन मल्टीपरपज स्कूल से हुई. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में बीए और एमए की डिग्री हासिल की. शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अगली उपलब्धि 2021 में हासिल की, जब उन्हें उत्कल विश्वविद्यालय द्वारा डी’लिट की उपाधि प्रदान की गयी. शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और अपने करियर के दौरान तमिलनाडु और केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण आर्थिक विशेषज्ञता से जुड़ी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं. इसमें आर्थिक मामलों के सचिव, राजस्व सचिव, फर्टिलाइजर्स सचिव के अलावा विश्व बैंक, एडीबी, एनडीबी और एआईआईबी में भारत के अल्टरनेट गवर्नर की भूमिका निभा चुके हैं. उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), जी20, ब्रिक्स और सार्क में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है.
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