Mumbai : भाजपा की राज्य स्तरीय पार्टियों को नष्ट करने और विपक्ष को कमजोर करने की योजना है.यह एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का कहना है. वे शनिवार को नासिक में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस क्रम में श्री पवार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और पीवी नरसिम्हा राव का जिक्र किया. कहा कि मैने उनकी राजनीति देखी है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
“Won’t repeat this mistake”: Sharad Pawar holds rally in Chhagan Bhujbal’s constituency, apologises for making him MLA
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— ANI Digital (@ani_digital) July 8, 2023
चुनावी लोकतंत्र में विपक्षी दल भी महत्वपूर्ण हैं
ये सभी नेता विपक्षी दलों की आलोचना और विरोध तो करते थे लेकिन कभी भी उन्हें चुप कराने की कोशिश नहीं की. ऐसा लगता है कि भाजपा की योजना राज्य स्तरीय पार्टियों को नष्ट करने की है. पवार का कहना था कि वे (भाजपा) कई जगहों पर ऐसा कर चुके हैं. कहा कि चुनावी लोकतंत्र में जितने महत्वपूर्ण सत्तारूढ़ दल हैं, विपक्षी दल भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं. आरोप लगाया कि भाजपा की नीति विपक्ष को कमजोर करने की रही है. शरद पवार का कहना था कि भाजपा जानती है कि उसका क्या हश्र होने वाला है. इसलिए वह 2024 के लोकसभा में बहुमत सुनिश्चित करने के लिए अन्य दलों को तोड़ रही है
मतभेद का मतलब दुश्मनी नहीं होता
. शरद पवार ने कहा कि यह चुनावी लोकतंत्र के लिए बहुत ही हानिकारक है. इस क्रम में यह भी कहा कि वह उन लोगों को अपना दुश्मन नहीं मानते, जिनके साथ उनके मतभेद हैं. मतभेद का मतलब दुश्मनी नहीं है. बता दें कि भतीजे अजित पवार और एनसीपी के अन्य विधायकों द्वारा उनके खिलाफ विद्रोह करने और महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने को लेकर शरद पवार अपनी पार्टी बचाने और कार्यकर्ताओं को फिर से एकजुट करने की कवायद में सड़क पर उतरे हैं.
माना कि 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा के साथ बातचीत हुई थी
शरद पवार ने एक न्यूज चैनल के साथ हुई बातचीत में यह बात मानी कि उनकी 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा के साथ बातचीत हुई थी लेकिन विचारधारा अलग होने से बातचीत आगे नहीं बढ़ी. अजित पवार की बगावत को लेकर पवार ने कहा कि वह 82 साल की उम्र में भी काम कर सकते हैं. उन्होंने पूर्व पीएम मोरारजी देसाई का उदाहरण दिया.
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