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शरद यादव के बेटे शांतनु के उग्र हुए बोल, कहा- राजनीति में झाल बजाने नहीं आए हैं

Patna : बिहार विधानसभा चुनाव में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है. देश के दिग्गज समाजवादी नेता स्वर्गीय शरद यादव के बेटे शांतनु यादव को उनकी ही पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने टिकट नहीं दिया है.

 

मधेपुरा सीट से जहां उनके चुनाव लड़ने की चर्चा जोर पकड़ रही थी, वहां अब पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर को उम्मीदवार बनाया गया है. इससे शांतनु काफी नाराज हैं. उन्होंने लालू परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के बेटे शांतनु यादव ने आरजेडी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. शांतनु ने कहा कि उनके पिता ने जननायक जनता दल का राजद में विलय कर दिया था, लेकिन अब वादे के बावजूद टिकट किसी और को दे दिया गया. उन्होंने कहा कि हम राजनीति में झाल बजाने नहीं आए हैं, पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे.

 

RJD ने मधेपुरा से प्रोफेसर चंद्रशेखर को उम्मीदवार बनाकर राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है. चंद्रशेखर वही नेता हैं जिन्होंने रामचरित मानस को लेकर विवादास्पद बयान देकर काफी बवाल मचाया था. शिक्षा मंत्री रहते हुए भी वे लगातार विवादों में घिरे रहे. बावजूद इसके, पार्टी ने उन्हें दोबारा मौका दिया है.

 

शांतनु ने कहा कि उनके पिता ने राजद में अपनी पार्टी का विलय इस भरोसे पर किया था कि उन्हें मधेपुरा लोकसभा सीट से मौका दिया जाएगा, लेकिन वादे के बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया गया.

 

शांतनु यादव के इस बयान पर कांग्रेस नेता और उनकी बहन सुभाषिनी शरद यादव की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'जो अपने खून के नहीं हुए, वो दूसरों के क्या सगे होंगे.

 

जो अपने ही परिवार के वफादार नहीं, वो किसी और के लिए कैसे भरोसेमंद हो सकते हैं? ये विश्वासघात की पराकाष्ठा और उनकी असहजता का उत्कृष्ट उदाहरण है. जो षड्यंत्र इन्होंने रचा है, अब वही षड्यंत्र इनके खिलाफ जनता रचेगी.' हालांकि इसमें उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिया.

 

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