Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक प्रणाली है जहां भारत की जनता ने बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को अंगीकार किया है. भारत के नीति निर्माताओं ने संविधान को प्रधानता दी है. शरीयत एक निजी मामला है, जो राजकाज में लागू नहीं हो सकता. वे गुरुवार को आक्रोश रैली के दौरान मीडिया से बातचीत कर रहे थे.
मरांडी ने कहा कि आज संविधान की बात करने वाले कांग्रेस झामुमो राजद के लोग मौन हैं.सरकार के मंत्री खुलेआम संविधान की अवमानना कर रहे. शरिया को प्रथम और संविधान को दूसरे दर्जे का मान रहे.झारखंड को संविधान से चलाना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जिम्मेवारी है. और अगर किसी को शरीया ज्यादा पसंद है और उसके हिसाब से चलना है तो उसे मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए.
झारखंड भाजपा की तपोभूमिः रवींद्र राय :कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि भाजपा ने एक देश में दो विधान का विरोध अपने स्थापना काल से किया है. झारखंड भाजपा की तपोभूमि है और इसे शरीया से चलाने की साजिश करने वालों को पार्टी बर्दाश्त नहीं कर सकती.
राज्य सरकार तुष्टीकरण में आकंठ डूबी हैः अन्नपूर्णा : केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्य सरकार तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है. वोट बैंक की राजनीतिक परिणाम है कि संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनने वाले संविधान की अवमानना करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि शासन प्रशासन को शरीया के हिसाब से चलाने की सोच रखने वालों का प्रजातंत्र में कोई स्थान नहीं है. ऐसे लोगों को कोई दूसरा विकल्प ढूंढना चाहिए.
भारत में जिन्हें रहना है उन्हें भारतीय संविधान को स्वीकार करना होगाः दीपक राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराने की मानसिकता के लोग आज भी देश में शरीया कानून का का सपना देख रहे. जिसे विफल करने केलिए भाजपा के कार्यकर्ता कमर कसकर तैयार हैं. भारत में जिन्हें रहना है, उन्हें भारतीय विचारों,भारतीय संविधान को स्वीकार करना होगा. प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करती है लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती.