Mumbai : शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में राहुल गांधी से ED की पूछताछ को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है. शिवसेना ने सामना में लिखा कि भाजपा न केवल दिवंगत कांग्रेस नेताओं जैसे पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की यादों को मिटाना चाहती है, बल्कि वह नेहरू-गांधी वंश को भी खत्म करना चाहती है. मुखपत्र में कहा कि पार्टी सत्ता का फायदा उठाकर यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि वह किसी का भी कॉलर पकड़ सकती है. आज राहुल गांधी और सोनिया गांधी हैं, कल इनकी जगह कोई भी हो सकता है. सरकार के पास विरोधियों को खत्म करने के लिए केवल हिटलर के जहरीले गैस चैंबर बनाने की कमीं है.आर्टिकल में आगे पूछा कि अगर इस तरह ही चलता रहा तो फिर कानून की समानता कैसे हो सकती है.
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ED ने किसी भाजपा नेता पर छापेमारी नहीं की
शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल (RJD), समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, TMC जैसी पार्टियां ही केवल ED की जांच के दायरे में हैं, एजेंसी को कभी भी किसी भाजपा नेता पर छापेमारी करते नहीं देखा गया है. ED का काम केवल महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, राज्य मंत्री नवाब मलिक जो दोनों जेल में हैं, TMC के नेता अभिषेक बनर्जी, शिवसेना के संजय राउत, अनिल परब और लालू प्रसाद यादव को फंसाना है.
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राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए समन
नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी बुधवार को लगातार तीसरे दिन ED के सामने पेश हुए, यहां उनसे मीडिया संगठन, यंग इंडियन में उनकी हिस्सेधारी और नेशनल हेराल्ड को दिये गये कर्ज से जुड़े कई सवाल पूछे गये.कांग्रेस का दावा है कि केस में कोई ऐसा पहलू नहीं है, जिसके आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया गया है. साथ ही राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए समन किया गया. शिवसेना ने कहा कि ED नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम को एक कॉपी भी नहीं दे सका. यहां तक कि एजेंसी ने कांग्रेस नेता के सवालों के जवाब भी नहीं दिये हैं.