जलसंकट से जूझ रहे थे ग्रामीण
दरअसल बुकाड़ के ग्रामीण जलसंकट से जूझ रहे थे. ग्रामीण चुएं का पानी पीने को विवश थे. ग्रामीण का हाल ताजपुर पंचायत के पूर्व मुखिया शौकत खान से नहीं देखा गया, तो उन्होंने अपने निजी खर्च से वहां बोरिंग कराई थी. कुछ दिनों बाद 14वें वित्त में फंड आने पर वहां 3.60 लाख की राशि से जल नल योजना से एक सोलर जलमीनार वर्ष 2021 में कोरोना काल में लगवा गया. इससे लगभग 35 घरों में पानी की समस्या खत्म हो गई. परंतु ताजपुर पंचायत की वर्तमान मुखिया उषा देवी ने उसी जलमीनार को वहां से हटवाकर दूसरी जगह लगवा दिया. वह जलमीनार पहले के स्थान से कुछ ही दूरी पर ऊंची जगह पर लगवा दिया. उसे उसी पुरानी बोरिंग से जोड़ दिया गया, जिससे पांच अन्य घरों में पानी का कनेक्शन कर दिया गया. इसमें 1.64 लाख रुपए खर्च दिखाए गए. इन पांच घरों के ग्रामीणों का कहना है कि उनके यहां ढंग से पानी नहीं आ रहा है. हजारीबाग">https://lagatar.in/category/jharkhand/north-chotanagpur-division/hazaribagh/">हजारीबागकी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
क्या कहते हैं पंचायत सचिव
ताजपुर के पंचायत सचिव मोहन यादव ने बताया कि जिस जगह सोलर जल मीनार लगा था, वहां से सभी ग्रामीणों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा था. 14वें वित्त से लगे सोलर जल मीनार में नल जल योजना जोड़ कर दूसरी ऊंची जगह पर लगाया गया. इसमें 1.64 लाख रुपए खर्च हुए, जिससे लगभग 15 घरों में पानी का कनेक्शन बढ़ गया.क्या कहते हैं पूर्व मुखिया
इस संबंध में पूर्व मुखिया ने कहा कि नल जल योजना में जो काम हुआ है, उसमें भारी अनियमितता देखी जा सकती है. सिर्फ पांच घरों में ही पानी का कनेक्शन जोड़ा गया है, वहां भी सही ढंग से पानी नहीं पहुंच रहा है. जो काम हुआ है और जिस सामान का उपयोग हुआ है, वह घटिया दर्जे का है. जो काम हुआ है, वह 25000 रुपए से ज्यादा का नहीं है.alt="" width="600" height="400" />
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