झारखंड सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, अपर सचिव ने निकाला आदेश पत्र
गोरखधंधा हुआ बेनकाब, शराब में मिलावट समेत अवैध वसूली की हुई पुष्टि
Gaurav Prakash
Hazaribagh : आपका सर्वाधिक लोकप्रिय और चर्चित दैनिक अखबार ‘शुभम संदेश’ में लगातार छप रहे सरकारी शराब के गोरखधंधे की खबर का यह असर हुआ कि हजारीबाग के सहायक उत्पाद आयुक्त अरविंद कुजूर को सस्पेंड कर दिया गया. सबसे पहले ‘शुभम संदेश’ ने ही 18 सितंबर से लगातार सरकारी शराब में तीन प्रतिशत की अवैध वसूली का मामला उठाता रहा. आखिरकार झारखंड सरकार ने इस पर बड़ी कार्रवाई की. अपर सचिव के इस संबंध में आदेश पत्र निकाला है. ‘शुभम संदेश’ ने हजारीबाग में शराब के गोरखधंधे को कड़ी-दर-कड़ी बेनकाब किया. उसके बाद सरकार के अवर सचिव शिवपूजन प्रसाद ने मंगलवार को आदेश निर्गत करते हुए कहा कि निलंबन अवधि में हजारीबाग के सहायक आयुक्त उत्पाद अरविंद कुजूर के झारखंड सेवा संहिता के नियम 96 एवं झारखंड सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2016 के नियम 10 के आलोक में जीवन निर्वाह भत्ता के अतिरिक्त कुछ भी देय नहीं होगा.
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दो मामले में की गई कार्रवाई, बोकारो में शराब में मिलावट किए जाने की पुष्टि
अरविंद कुजूर पर दो मामले में कार्रवाई की गई है. पहला बोकारो जिले में संचालित खुदरा उत्पाद दुकान की बिक्री की जाने वाले शराब में मिलावट किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी. जांच करने के बाद स्पष्ट हुआ था कि शराब में मिलावट की गई थी. 27 जून 2023 को यह निरीक्षण किया गया. पत्र में यह भी कहा गया है कि अरविंद कुजूर उस वक्त सहायक आयुक्त उत्पाद बोकारो के पद पर थे. इस कारण इस अनियमितता के लिए वह उत्तरदायी हैं. दो बार स्पष्टीकरण देने के लिए आदेश दिया गया. लेकिन स्पष्टीकरण में वह असंतोष जनक पाया गया. जो दूसरी कार्रवाई की गई है इसका खुलासा दैनिक अखबार ‘शुभम संदेश’ ने किया था. हजारीबाग में जिले के सभी शराब दुकानों से कुल बिक्री का 3% अवैध रूप वसूली की जा रही थी. जिसके लिए पलामू से कुछ लोगों को हजारीबाग बुलाया गया था. एक महीने में लगभग 18 लाख रुपए की अवैध वसूली की जा रही थी. यह खबर 18 सितंबर से हर दिन ‘शुभम संदेश’ में प्रमुखता से प्रकाशित भी किया जा रहा था कि किस तरह हजारीबाग में शराब का गोरखधंधा चल रहा है.
विरोध करने पर मैनेजर और सेल्समैन को नौकरी से निकालने का चल रहा था खेल
इतना ही नहीं जिन लोगों ने इसका विरोध किया था, वैसे सेल्समैन और मैनेजर को भी नौकरी से निकाल दिया गया था. यह भी बताया गया था कि विजन कंपनी जिसे हजारीबाग में शराब दुकान संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई थी उसके लोग ही पैसे की वसूली कर रहे थे. यही नहीं वसूली करने वालों का नाम तक प्रकाशित किया गया था.
निलंबन पत्र में की गई यह टिप्पणी
इस खबर पर झारखंड सरकार ने संज्ञान लिया और जारी पत्र में कहा है कि जिले के उत्पाद पदाधिकारी अपने अधीन संचालित दुकानों में अनियमितता पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं. उनका कार्य के प्रति उदासीनता एवं सरकार के प्रति शीलनिष्ठा को नहीं दर्शाता है. यह सरकारी सेवक आचार नियमावली, 1976 की कंडिका 3.1 के प्रतिकूल है.
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प्रभारी उपायुक्त उत्पाद को मिला अतिरिक्त प्रभार
सुनील कुमार चौधरी प्रभारी उपायुक्त उत्पाद, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल, हजारीबाग को सहायक आयुक्त उत्पाद, हजारीबाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. श्री चौधरी सहायक आयुक्त उत्पाद हजारीबाग के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी के कार्य का भी निर्वहन करेंगे.
मैनेजर और सेल्समैन ने ‘शुभम संदेश’ के प्रति जताया आभार
कार्रवाई के बाद शराब दुकान के सेल्समैन और मैनेजर ने शुभम संदेश अखबार के प्रति आभार भी जताया. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से सच्चाई का साथ इस अखबार ने दिया है, यह उसी का परिणाम है कि कार्रवाई भी हुई है. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि जिन लोगों को नौकरी से हटाया गया, उन्हें भी बहुत जल्द नौकरी में वापस बुलाया जाएगा.
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