Ranchi: राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि बच्चों ने कठिन परिश्रम, समर्पण और संघर्ष से ज्ञान और कौशल अर्जित किया है. वे समाज और राष्ट्र निर्माण का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित होंगे. विद्यार्थी अपने ज्ञान और नेतृत्व से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम रहेंगे. शुक्रवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में डॉ. रामदयाल मुंडा फुटबॉल मैदान में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सत्य और प्रकाश की ओर चलना है. ज्ञान का सही उपयोग कर वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम होंगे. भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीयता और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान रहेगा. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति को नई दिशा प्रदान की है और भारतीय समाज को जागरूक और शिक्षित बनाने का कार्य किया है.
ज्ञान प्राप्ति के साथ विद्यार्थियों को सम्मानपूर्वक और जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभानी होगी. प्रत्येक विद्यार्थी को समाज के कल्याण के लिए अपनी भूमिका निभानी होगी. विश्वविद्यालय आने वाले समय में शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में नया कार्य करेगा और समाज को प्रेरित कर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. कॉलेज अपनी परंपरा को बौद्धिक रूप से पहचान बना रहा है और ज्ञान व अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
शिक्षा के माध्यम से अपनी संस्कृति को सम्मान देना चाहिए. आज का युवा भारत शक्ति का प्रतीक है. वह अपने ज्ञान और कौशल से देश को सशक्त भारत बना रहा है. वैश्विक मंच पर भारत कौशल और तकनीकी के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है. विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने सपनों को राष्ट्र निर्माण में जोड़ें और 2047 में एक विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें.
इसे भी पढ़ें –केंद्रीय वित्त मंत्री और कोयला मंत्री से मिले झारखंड के फाइनांश मिनिस्टर, मांगा 1.36 लाख करोड़ बकाया
इन सत्रों को दिया गया गोल्ड मेडल
इनमें ओवरऑल टॉपर्स पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2021-23 से 5, गोल्ड मेडलिस्ट पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2021-2023 के 42 छात्र, ओवरऑल टॉपर्स पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2022-2024 के 5 छात्र, गोल्ड मेडलिस्ट पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2022-2024 के 40 छात्र, ओवरऑल टॉपर्स अंडरग्रेजुएट सत्र 2020-2023 से 5 विद्यार्थी, गोल्ड मेडलिस्ट अंडरग्रेजुएट सत्र 2020-2023 के 40 विद्यार्थी, ओवरऑल टॉपर्स अंडरग्रेजुएट सत्र 2021-2024 के 5 विद्यार्थी, गोल्ड मेडलिस्ट अंडरग्रेजुएट सत्र 2021-2024 के 40 विद्यार्थी को सम्मानित किया गया.
अंडर ग्रेजुएट सत्र 2020-2023 के 2076 विद्यार्थी, अंडर ग्रेजुएट सत्र 2021-2024 के 2662 विद्यार्थी, कुल 4738 विद्यार्थी: पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2021-2023 के 1921 विद्यार्थी और 2022-2024 के 1738 विद्यार्थी, कुल 3659 विद्यार्थी: अंडरग्रेजुएट सत्र 2020-2023 के 856 विद्यार्थी और 2021-2024 के 1270 विद्यार्थी, कुल 2160 विद्यार्थी: पोस्ट ग्रेजुएट सत्र 2021-2023 के 1107 विद्यार्थी और सत्र 2022-2024 के 960 विद्यार्थी, कुल 2067 विद्यार्थी को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.
दो छात्रों को मिला 11 हजार रुपया
और 2022-2024 की स्नातकोत्तर परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति मेधा सम्मान से सम्मानित किया गया. इसके अंतर्गत 11 हजार रुपये के साथ सम्मान फलक बांटा गया. सत्र 2021-23 के लिए रीतु कुमारी और सत्र 2022-24 के लिए मानस कुमार को यह पुरस्कार दिया गया.
इसे भी पढ़ें –CM हेमंत व कल्पना की 19वीं सालगिरह, कल्पना के राजनीति में आते ही बदल गई सियासी फिजा